आगराः यूपी के आगरा से हैरान करने वाली खबर आ रही है. यहां आपराध पर अंकुश लगाने के लिए तैनात पुलिस ने खुद अपराध कर दिया. शनिवार की सुबह पुलिस आयुक्त जे रविन्दर गौड के आदेश पर थानों में ईमानदारी की शपथ ली गई और देर शाम एत्माद्दौला में चौकी प्रभारी ट्रांस यमुना अपने साथी दारोगा और दो सिपाहियों के साथ जुआ लूटने पहुंच गए. बंद घर में जुए के फड़ से रकम तो समेटी ही, वहां मिले जुआरियों को छोड़ने के एवज में भी अपनी जेब गर्म की. मामले को गंभीरता से लेते हुए देर रात डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने चौकी प्रभारी सहित चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया. विभागीय जांच शुरू करा दी है.
हैरान करने वाली यह घटना शनिवार की देर शाम करीब 7 बजे की है. बताया गया है कि ट्रांस यमुना कालोनी में एक मकान में जुआ खेला जा रहा था. इसी दौरान दो सिपाही बाइक से वहां पहुंचे. बाइक हेरिटेज स्कूल के पास खड़ी कर दी. चौकी प्रभारी योगेश और सहयोगी दारोगा आशीष पुंडीर भी वहां पहुंच गए. वहां से सभी जुआरियों को पकड़कर पुलिसकर्मी पुलिस चौकी लाए. कुछ देर बाद आरोपित चौकी से बाहर आ गए.
चौकी के पास ही मुंशी नाम से चर्चित एक व्यक्ति ने मध्यस्थता कराई. आरोपियों ने ही अपने परिचितों को बताया कि पुलिस ने फड़ पर मिली रकम तो रखी ही, उसके बाद छोड़ने के लिए भी आर्थिक दंड लगाया. सभी से वसूली करने के बाद पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया. यह मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया. इसी बीच किसी ने घटना की जानकारी अधिकारियों को दे दी.
इंस्पेक्टर एत्माद्दौला राकेश त्यागी का कहना है कि पुलिसकर्मियों की भूमिका संदिग्ध दिख रही है. इसलिए रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी गई है. डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने बताया कि इंस्पेक्टर की रिपोर्ट में प्रथमदृष्टया पुलिसकर्मियों को दोषी पाया गया है. चौकी प्रभारी योगेश, सब इंस्पेक्टर आशीष पुंडीर, कांस्टेबल विशाल राठी और कांस्टेबल कपिल कुमार को निलंबित कर दिया गया है.