Srinagar: गुलाम जम्मू कश्मीर का जल्द ही भारतीय कश्मीर के साथ एकीकरण होगा. गुलाम जम्मू-कश्मीर के भारत विलय के लिए संसद में पारित प्रस्ताव को केंद्र सरकार पूरा करेगी. उक्त बातें भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री अशोक कौल (Ashok Kaul) ने प्रदेश भाजपा मुख्यालय में जम्मू-कश्मीर के भारत विलय दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह के दौरान पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही. उन्होंने आगे कहा, एलओसी के पार जो जम्मू-कश्मीर है, जिसे पाकिस्तान ने अपना गुलाम बना रखा है, वहां लोग अब पाकिस्तान से आजाद होने के लिए आवाज उठा रहे हैं. वहां के लोग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से कई बार मदद का आग्रह कर चुके हैं.
क्या बोले अशोक कौल?
कौल ने कहा, वर्ष 1947 से पहले के जम्मू कश्मीर को एकीकृत करने का लक्ष्य जल्द ही पूरा होगा. उन्होंने कहा, महाराजा हरि सिंह ने भारत के साथ जम्मू-कश्मीर के विलय का निर्णय पूरी सूझबूझ और दूरदर्शिता के साथ लिया था. यह एक ऐतिहासिक समझौता है. लेकिन, अनुच्छेद 370 और 35 ए के कारण इस समझौते को पूरी तरह लागू नहीं किया जा रहा था. अब यहां एक ही संविधान है. जम्मू कश्मीर के मौजूदा मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और जम्मू कश्मीर विधानसभा के सदस्यों ने पहली बार भारतीय संविधान के तहत शपथ ग्रहण की है.
आजादी के बाद से आए बदलाव का याद दिलाता है विलय दिवस
भाजपा के संगठन महामंत्री अशोक कौल ने आगे कहा, विलय दिवस हमें आजादी के बाद से जम्मू- कश्मीर में आए बदलाव का याद दिलाता है. आज पूरे प्रदेश में अवकाश है. अशोक कौल ने कहा, यह दिन हमें पाकिस्तान द्वारा कबाइलियों के साथ मिलकर जम्मू कश्मीर पर किए गए हमले, जम्मू कश्मीर में लूटमार ,जम्मू कश्मीर में लोगों के कत्ल की तरफ दिलाता है. उन्होंने कहा, अगर महाराजा हरि सिंह उस समय विलय का फैसला नही लेते तो जम्मू कश्मीर आज पाकिस्तान का एक उपनिवेश होता. जम्मू कश्मीर की जनता के पास कोई मौलिक और संवैधानिक अधिकार नहीं होता. बल्कि, वह गुलाम नागरिकों की तरह जिंदगी बसर कर रहे होते.