राजधानी दिल्ली में राष्ट्रीय एकता दिवस (National Unity Day) के मौके पर मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने रन फॉर यूनिटी कार्यक्रम को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस मौके पर उनके साथ केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया, मनोहर लाल खट्टर, नित्यानंद राय और दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना भी मौजूद रहे. इस दौरान उन्होंने कहा, इस बार 31 अक्टूबर को दिवाली का त्यौहार है. इसलिए 31 अक्टूबर की एकता दौड़ को आज 29 अक्टूबर को धनतेरस के पावन अवसर पर आयोजित करने का निर्णय लिया गया है.
#WATCH | Union Home Minister Amit Shah flags off 'Unity Run' organised in Delhi on the occasion of 'National Unity Day'
Union Ministers Mansukh Mandaviya, Manohar Lal Khattar, Nityanand Rai and Delhi LG VK Saxena are also present. pic.twitter.com/n0abMLwElK
— ANI (@ANI) October 29, 2024
अमित शाह ने आगे कहा, 31 अक्टूबर 2015 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की एकता और अखंडता के लिए महान सरदार पटेल की स्मृति में एकता दौड़ आयोजित करने का निर्णय लिया था. यह एकता दौड़ सिर्फ भारत की एकता का संकल्प नहीं रहा है, अब एकता दौड़ विकसित भारत का संकल्प भी बन गई है. क्योंकि, हमारे सामने पीएम मोदी ने 2047 में जब भारत की आजादी की शताब्दी होगी. उस वक्त तक एक पूर्ण विकसित राष्ट्र का संकल्प इस देश के नागरिकों के सामने रखा है.
दुनिया के सामने एक मजबूत राष्ट्र बनकर खड़ा है भारत
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, भारत आज एक फलता-फूलता विकसित होता और एक मजबूत राष्ट्र बनकर दुनिया के सामने खड़ा है. लेकिन, जब इसके इतिहास को पीछे मुड़कर देखते हैं, तो आजादी के बाद 553 से ज्यादा राजा-रजवाड़ों को एक करने की बहुत बड़ी समस्या देश के सामने आकर पड़ी थी. उस वक्त सरदार साहब ही थे, जिन्होंने अपनी दृढ़ निर्णय शक्ति से आज के भारत का मानचित्र लाए. आज भारत एक होकर मजबूती से दुनिया के सामने खड़ा है. इसकी नींव सरदार साहब ने रखी थी.
#WATCH | At the 'Unity Run' event organised in Delhi on the occasion of 'National Unity Day', Union Home Minister Amit Shah says, "It is unfortunate that for years attempts were made to forget Sardar Patel. For years he was denied the honour of Bharat Ratna. But the country's… pic.twitter.com/rHVJ7k8S3e
— ANI (@ANI) October 29, 2024
सरदार साहब को सालों तक भुलाने का काम
गृह मंत्री अमित शाह ने आगे कहा, सरदार साहब को सालों तक भुलाने का काम किया गया. सालों तक उन्हें भारत रत्न के उचित सम्मान से भी वंचित रखा गया. मगर देश के पीएम मोदी ने गुजरात के केवड़िया कॉलोनी में दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा लगाकर सरदार पटेल की याद को चिरंजीवी करने का काम किया.
उन्होंने सरदार पटेल के हर क्षेत्र के दृष्टिकोण और संदेश को मूर्तरूप देने का काम किया है. पीएम मोदी मन की बात में सरदार पटेल की बातों से प्रेरणा लेकर देश के विकास के काम में जुड़ने के लिए युवाओं का आह्वान करने का काम किया है.