Hamas-Israel War: मध्य पूर्व में हमास, हिजबुल्लाह और इजरायल के बीच जंग थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसी बीच खबर है कि हमास ने अस्थायी सीजफायर के समझौता करने से इनकार कर दिया है. फिलिस्तीनी गुट हमास अपनी पुरानी मांग को दोहराते हुए कहा है कि वह गाजा में पूरी तरह से लड़ाई रोके जाने और इजरायली बलों की वापसी की मांग पर कायम है.
मध्यस्थों को दिया झटका
आतंकी संगठन हमास ने गाजा में एक साल से जारी लड़ाई को अस्थायी रूप से रोकने के किसी भी प्रस्ताव को खारिज कर दिया. हमास ने अमेरिका, मिस्र और कतर के मध्यस्थों से स्थायी सीजफायर पर अपने रुख को दोहराते हुए बातचीत की मेज पर आने से मना किया है.
टाइम्स ऑफ इजरायल के अनुसार, हमास के वरिष्ठ अधिकारी ताहिर अलनुनू ने युद्धविराम पर कहा कि ‘युद्ध में अस्थायी विराम और बाद में फिर आक्रामकता फिर से शुरू करने के विचार पर हम पहले ही अपनी स्थिति स्पष्ट कर चुके हैं. हमास युद्ध को स्थायी रूप से खत्म करने का समर्थन करता है. हम केवल कुछ दिन के लिए जंग बंद करने के पक्ष में नहीं हैं.
एक महीने तक युद्ध रोकने पर थी बातचीत!
हिब्रू मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, गाजा में युद्धविराम के लिए दोहा में मोसाद प्रमुख डेविड बार्निया, सीआईए निदेशक बिल बर्न्स और कतर के प्रधानमंत्री के बीच बैठकों के दौरान चर्चा की गई थी. मोसाद प्रमुख ने कतर के वार्ताकारों को इजरायल से सौ फिलिस्तीनी सुरक्षा कैदियों के बदले गाजा से 11 से 14 बंधकों की रिहाई और लड़ाई को एक महीने के लिए रोकने का प्रस्ताव दिया. इस समझौते में गाजा में बंधक महिलाएं और बच्चों की रिहाई थी.
हमास ने कहा कि उनको इस तरह का कोई प्रस्ताव नहीं मिला है, अगर कोई प्रस्ताव मिलता है तो उसका जवाब देंगे. हमास ने ये दोहराया कि वह ‘स्थायी सीजफायर, गाजा से इजरायली सेना की वापसी, विस्थापित लोगों की वापसी, गाजा को पर्याप्त मानवीय मदद और कैदियों की अदला-बदली के लिए एक गंभीर समझौता चाहता है.
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