SBI: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) जनरल इंश्योरेंस ने 1 फरवरी 2025 से प्रभावी होने वाले स्वास्थ्य बीमा प्रोडक्ट्स के लिए प्रीमियम रेट में संशोधन का ऐलान किया है. यह फैसला विशेष रूप से बढ़ती चिकित्सा लागत और उभरती स्वास्थ्य सेवा जरूरतों के संदर्भ में किया गया है. कंपनी ने ये निर्णय ग्राहकों को बेहतर वित्तीय सुरक्षा देने के उद्देश्य से उठाया है, और यह संशोधन 5 प्रमुख प्रोडक्ट्स पर लागू होगा. हालांकि कंपनी कितना प्रतिशत कीमत में बढ़ोतरी करने जा रही है, इसके बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आई है.
इस सूची में आरोग्य संजीवनी पॉलिसी, ग्रुप माइक्रो इंश्योरेंस प्रोडक्ट, माइक्रो इंश्योरेंस प्रोडक्ट और आरोग्य टॉप-अप पॉलिसी शामिल हैं. हालिया रेगुलेटरी आदेशों के अनुरूप, कंपनी ने पहले से मौजूद बीमारियों के लिए वेटिंग पीरियड को 48 से कम कर 36 महीने कर दिया है. ये परिवर्तन ग्राहकों को अधिक फायदा पहुंचाने के मकसद से किया जा रहा है.
कंपनी ने दी जानकारी
SBI जनरल इंश्योरेंस के चीफ प्रोडक्ट एंड मार्केटिंग अधिकारी सुब्रमण्यम ब्रह्मजोसुला ने कहा कि बढ़ती स्वास्थ्य सेवा लागत और लाइफस्टाइल से संबंधित बीमारियों के बीच सुलभ स्वास्थ्य कवरेज की जरूरत अधिक महत्वपूर्ण हो गई है. यह प्रीमियम हमें उच्च गुणवत्ता वाले और सस्ते समाधानों की पेशकश जारी रखने में मदद करता है, ताकि हमारे ग्राहकों की वित्तीय भलाई की रक्षा की जा सके.
ये है इसकी खासियत
हाल ही में कंपनी ने ‘एसबीआईजी हेल्थ सुपर टॉप-अप’ पॉलिसी लॉन्च की, जो पॉलिसीधारकों को उनके मूल स्वास्थ्य बीमा कवरेज से परे सुरक्षा देती है. यह योजना 5 लाख रुपए से 4 करोड़ रुपए तक की बीमा राशि में मौजूद है और इसमें ग्लोबल कवरेज और संचयी बोनस जैसी सर्विसेज शामिल हैं. यह पॉलिसी समूह और खुदरा स्वास्थ्य ग्राहकों के लिए आदर्श है, खासकर उन हाई-नेट-वर्थ वाले व्यक्तियों के लिए जो व्यापक कवरेज की तलाश में रहते हैं.
कंपनी ने चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में शानदार वित्तीय नतीजे पेश किए हैं. एसबीआई जनरल इंश्योरेंस ने टैक्स के बाद लाभ में 591 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है, जो पिछले साल के समान अवधि में 60 करोड़ रुपए से बढ़कर 414 करोड़ रुपए हो गया है. साथ ही कंपनी के प्रीमियम मार्केट में 16 प्रतिशत का इजाफा हुआ है.
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