US Elections: दुनिया के सुपर पावर कहा जाना वाला देश अमेरिका में नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप होंगे. उन्होंने अमेरिका की 538 सीटों में से 277 सीटों पर जीत दर्ज की हैं. जबकि बहुमत के लिए केवल 270 सीटों की ही जरूरत होती है. चुनाव में ऐतिहासिक जीत के बाद ट्रंप को राष्ट्रपति बनने तक के सफर में कई पड़ावों को पार करना होगा. ऐसे में चलिए विस्तारपूर्वक जानते है कि चुनाव में नतीजों से पद संभालने तक अमेरिका में किस दिन क्या अहम होने वाला है.
पहली अहम तारीख
बता दें कि चुनाव के परिणाम आने के बाद सभी राज्यों के इलेक्टर्स तय होंगे, जो मिलकर इलेक्टोरल कॉलेज बनाएंगे और राष्ट्रपति का चुनाव करेंगे. यह प्रक्रिया 10 नवंबर के बाद शुरू होती है. जिसे सर्टिफिकेट ऑफ असर्टेनमेंट कहते हैं. ऐसे में यदि परिणामों में कोई गड़बड़ी होती है तो दोबारा काउंटिंग की स्थिति बनती है तो इस प्रक्रिया में देरी भी लग सकती है. इस चुनाव में यह प्रक्रिया पूरी करने की आखिरी तारीख 11 दिसंबर है.
दूसरी अहम तारीख
वहीं, 17 दिसंबर को अपने-अपने राज्यों में सभी इलेक्टर्स मिलेंगे और राष्ट्रपति व उपराष्ट्रपति का चुनाव करेंगे इसके साथ ही अपने वोट के साथ साइन किया हुआ सर्टिफिकेट वॉशिंगटन डीसी भेजेंगे.
तीसरी अहम तारीख
इसके बाद सभी राज्यों से इलेक्टर के वोट 6 जनवरी को वॉशिंगटन पहुंचेंगे और फिर जनवरी के पहले हफ्ते में सांसदों का संयुक्त सत्र (जॉइंट सेशन) बुलाया जाता है. इसी सत्र में उपराष्ट्रपति के सामने ही इलेक्टर्स के वोटों को गिना जाता है. ऐसे में जो भी कैंडिडेट 538 में से 270 वोटों के आंकड़े को पार कर जाएगा, उसके नाम का नए राष्ट्रपति के रूप में ऐलान हो जाता है.
चौथी अहम तारीख
अमेरिका में वोटिंग के साथ ही नए प्रेसिडेंट के शपथ लेने की तारिख भी तय रहती है. ऐसे में अमेरिकी संविधान के मुताबिक, 20 जनवरी को नया राष्ट्रपति पद की शपथ लेता है और इसी दिन मौजूदा राष्ट्रपति नए राष्ट्रपति को सत्ता सौपते है. इसे इनॉगरेशन डे भी कहते हैं. बता दें कि पहली बार साल 1937 में 20 जनवरी को शपथ ली गई थी. उस समय अमेरिकी राष्ट्रपति फ्रैंकलिन डी रूजवेल्ट ने अपने दूसरे कार्यकाल के लिए शपथ लिया था.
शपथ ग्रहण समारोह में क्या होगा?
साल 1933 में तत्कालीन राष्ट्रपति फ्रैंकलिन रूजवेल्ट ने शपथ ग्रहण समारोह को लेकर एक परंपरा की शुरूआत की थी जो आज भी अमेरिका में जारी है. इसके तहत इस दिन सबसे पहले नए राष्ट्रपति अपने आवास से निकलकर चर्च जाते हैं और कैपिटल बिल्डिंग में आने से पहले मौजूदा राष्ट्रपति से मुलाकात भी करते है.
हालांकि, जब जो बाइडेन 2021 में राष्ट्रपति बने थे तो उनके शपथ ग्रहण के दौरान पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लंबी छुट्टी पर चले गए थे. ऐसे में इस बार ये देखना दिलचस्प होगा कि डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति बनते हैं तो क्या जो बाइडेन उनके शपथ ग्रहण में शामिल होते हैं या नहीं.
वहीं, इस मुलाकात के बाद नए राष्ट्रपति कैपिटल बिल्डिंग जाते हैं. जहां सबसे पहले उपराष्ट्रपति को शपथ दिलाई जाती है. उसके बाद सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस देश के नए राष्ट्रपति को शपथ ग्रहण करवाते है. शपथ ग्रहण करने के बाद देश का राष्ट्रपति वहां की जनता को संबोधित करता हैं. इतना सब होने के बाद नए राष्ट्रपति की प्रेसिडेंट रूम में साइनिंग सेरेमनी होती. इस दौरान राष्ट्रपति नॉमिनेशन और पद ग्रहण करने के बाद अपने पहले आदेशों को साइन करते हैं.
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