International News: जानिए क्यों गिड़गिड़ाने लगा ईरान, क्या सता रहा donald Trump का खौफ?

अमेरिका ने डोनाल्ड ट्रंप के चुनाव जीतने के बाद खुलासा किया कि ईरान ने ट्रंप की हत्या की साजिश रचा था. जैसे ही आरोप लगा, पूरी दुनिया में इसकी चर्चा होने लगी. 

ईरान को खौफ है कि अगर हम इस मामले में कुछ नहीं बोलेंगे, तो हमारे ऊपर आरोप लग ही जाएगा. ट्रंप के पहले कार्यकाल में ईरान से रिश्ते बहुत अच्छे नहीं रहे. इसी खौफ में कि दूसरे कार्यकाल में ट्रंप से रिश्ते ठीक रहें ईरान ने सफाई दी है. 

ईरान ने अमेरिका के उन आरोपों का खंडन किया है, जिसमें कहा गया कि तेहरान डोनाल्ड ट्रंप की हत्या करवाना चाह रहा था.

न्यूज एजेंसी राइटर्स के मुताबिक, ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराक्ची ने कहा, "अब ... एक नया परिदृश्य गढ़ा गया है. चूंकि, हत्यारा वास्तव में मौजूद नहीं है, इसलिए स्क्रिप्ट राइटर को तीसरे दर्जे की कॉमेडी बनाने के लिए लाया गया है." विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने इन खबरों को इजरायल की साजिश बताया है. 

ईरान की सरकारी न्यूज एजेंसी आआरएनए के मुताबिक इस्माइल बाघई हमानेह ने शनिवार को कहा कि मौजूदा दौर में इस तरह के दावों को दोहराना ईरान और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच मुद्दों को और अधिक जटिल बनाने की एक 'घृणित साजिश' है. 

प्रवक्ता ने इस बात पर जोर दिया कि ईरान के खिलाफ इस तरह के दावों को पहले भी खारिज कर चुका है और ऐसे दावों का झूठ भी उजागर हुआ है. बाघई ने जोर देकर कहा कि तेहरान राष्ट्र के अधिकारों की रक्षा के लिए सभी कानूनी और वैध साधनों का इस्तेमाल करेगा.  

मीडिया रिपोट्स की मानें, तो अमेरिकी सरकार ने डोनाल्ड ट्रंप के अगले राष्ट्रपति चुने जाने से पहले उनकी हत्या की साजिश के सिलसिले में एक अफगान नागरिक के खिलाफ आरोप लगाए हैं.  

न्याय विभाग ने शुक्रवार को 51 वर्षीय फरहाद शकेरी के खिलाफ अभियोग पत्र जारी किया, जिसमें आरोप लगाया गया है कि उसे ट्रंप की हत्या के लिए 'योजना बनाने" का काम सौंपा गया था.

रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिकी सरकार ने कहा कि शकेरी को गिरफ्तार नहीं किया गया है और माना जाता है कि वे ईरान में हैं.  

रिपोर्ट के मुताबिक मैनहट्टन कोर्ट में दायर एक आपराधिक शिकायत में, अभियोजकों ने आरोप लगाया कि ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड के एक अधिकारी ने सितंबर में शकेरी को ट्रंप की निगरानी और हत्या की योजना तैयार करने का निर्देश दिया था.