Goa Riots 2011: इस समय भारत और सऊदी अरब के रिश्ते काफी अच्दे है. ऐसे में ही एक बार फिर सऊदी ने भारत से अपनी दोस्ती की मिसाल पेश की है. सऊदी ने साल 2011 में साउथ गोवा में हुए दंगों के आरोपी को भारत के हवाले कर दिया. फिलहाल आरोपी को साउथ गोवा के डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में पेश किया गया और अब वो न्यायिक हिरासत में है.
बता दें कि साल 2011 में साउथ गोवा के बल्ली में यूनाइटेड ट्राइबल एसोसिएशन एलायंस का आंदोलन चल रहा था, इस आंदोलन के बाद ही वहां हिंसा भंडक गई, जिसमें दो लोगों की जान चली गई थी जबकि अन्य कई लोग घायल भी हुए थे. हालांकि इस दंगें के बाद आरोपी बरकत अली सऊदी अरब में जाकर रहने लगा था. इसी बीच रियाद पुलिस ने बरकत अली को पकड़कर भारत को सौंप दिया है. बरकत अली को पहले सऊदी से दिल्ली लागया गया और फिर एयरपोर्ट पर उसे सीबीआई के हवाले कर दिया गया.
13 आरोपियों को किया गया बरी
दरअसल, राज्य सरकार ने साल 2011 में साउथ गोवा में हुए दंगों से संबंधित नौ अलग-अलग मामलों को सीबीआई को ट्रांसफर किया था. ऐसे में बरकत अली और अन्य आरोपियों पर चार्जशीट में दंगा, गैर इरादतन हत्या, हत्या और कई अन्य अपराध दर्ज किए गए हैं. वहीं, साल 2022 में इस मामले में साउथ गोवा के सेशन जज इरशाद आगा ने 13 आरोपियों को बरी कर दिया था.
आदिवासी आंदोलन में हुई हिंसा
यूनाइटेड ट्राइबल एसोसिएशन एलायंस के आंदोलन में आदिवासी कई मांगों में सबसे बड़ी मांग सरकारी नौकरियों में आरक्षण लागू करना था. इस दौरान आंदोलन में बड़ी तादाद में लोग जुटे थे, लेकिन यह आंदोलन समय के साथ हिंसक हो गया और गुस्साई भीड़ ने पुलिस वाहनों, रेलवे सिग्नलों और रेलवे पटरियों को क्षतिग्रस्त कर दिया था. इस बीच गांवडोंग्रिम के मंगेश गांवकर और मोरपिरला के दिलीप वेलिप की मौत हो गई थी.
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