Germany Job: विदेश में नौकरी पाने की चाह रखने वालों के लिए बेहतरीन मौका है. जर्मनी की सरकार ने प्रवासी कानूनों में बदलाव किए हैं, जिससे जर्मनी में काम करना और भी आसान हो गया है. ‘अपॉर्च्युनिटी कार्ड’ स्कीम के तहत गैर-ईयू वर्कर्स और छात्रों के लिए जर्मनी आना और आसान बना दिया है. जर्मनी सरकार की ओर से किए गए इन बदलाव के पीछे स्वास्थ्य सेवा और प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में खाली पड़े पद हैं. यहां की सरकार प्रवासी नीतियों में छूट देने के बाद उम्मीद कर रही है कि ये इकॉनोमी को बढ़ावा देने और जर्मनी की श्रमिकों की कमी को दूर करने में मदद करेगा.
10 प्रतिशत बढ़ेंगे स्किल वीजा
साल 2024 के लिए जर्मनी की सरकार ने स्किल वर्कर वीजा में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है, जिसके बाद साल के अंत तक कुल वीजा की संख्या 2 लाख हो जाएगी. यानी इस साल के लास्ट तक जर्मनी में नौकरी के अवसर मिलेंगे. जर्मन में इस समय लगभग 1.34 मिलियन यानी 13 लाख नौकरियों के पद खाली पड़े हैं. यहां कि सरकार ने यूरोप से अलग दूसरे देशों के कर्मचारियों को लुभाने के लिए अपनी वीजा नीतियों में परिवर्तन किया है.
जर्मन अपॉर्च्युनिटी कार्ड
कनाडा की तर्ज पर जर्मन अपॉर्च्युनिटी कार्ड से भी वर्कर को बहुत फायदा हुआ है. जर्मनी की गृह मंत्री नैन्सी फ़ेसर ने कहा कि अपॉर्च्युनिटी कार्ड ने माइग्रेशन प्रोसेस को आसान किया है. जिससे स्किल वर्कर्स के लिए नौकरियां पाना और देश में अपने करियर को आगे बढ़ाना काफी आसान हो गया है.
स्टूडेंड और वोकेशनल ट्रेनिंग वीजा
वर्कर वीजा प्रोग्राम के साथ ही जर्मनी में स्टूडेंट और वोकेशनल ट्रेनिंग परमिट के लिए आवेदनों में भी बढ़ोत्तरी देखने को मिली है. गैर-यूरोपीय संघ के नागरिकों को जारी किए गए छात्र वीजा में 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, जबकि वोकेशनल ट्रेनिंग वीजा में लगभग दो-तिहाई इजाफा हुआ है. इसके अलावा जर्मनी में दूसरे वीजा आवेदनों की संख्या में इजाफा दर्ज किया गया है.
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