Iran Nuclear Program: आज, बुधवार को फ्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी IAEA बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की बैठक में ईरान के खिलाफ निंदा प्रस्ताव के साथ आगे बढ़ने वाले हैं, जबकि ईरान ने अपने संवर्धित यूरेनियम भंडार को सीमित करने का प्रस्ताव दिया है. अगर ईरान के खिफाल निंदा प्रस्ताव पास होता है तो यह उसके लिए बड़ा झटका होगा.
लंबे समय से न्यूक्लियर वेपन बनाने की जिद में जुटा ईरान अब पश्चिमी ताकतों के सामने झुकता हुआ नजर आ रहा है. आज IAEA बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की बैठक होगी, जिसमें फ्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी ईरान के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पेश करने वाले हैं. ऐसे में ईरान ने इससे बचने के लिए अपने संवर्धित यूरेनियम भंडार को सीमित करने और अतिरिक्त IAEA निरीक्षकों को स्वीकार करने पर विचार करने का प्रस्ताव दिया है. ईरान की शर्त है कि बैठक में ईरान के खिलाफ निंदा प्रस्ताव न लाया जाए.
न्यूक्लियर भंडारण सीमित करने को तैयार
इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी के अध्यक्ष के ईरान दौरे के बाद एक आईएईए ने अपनी खुफिया रिपोर्ट में कहा है कि तेहरान ने करीब 185 किग्रा न्यूक्लियर भंडारण सीमित करने के लिए तैयार है. इसके साथ ही वह 4 अतिरिक्त आईएईए निरीक्षकों की नियुक्ति को स्वीकार करने के लिए भी तैयार है.
निंदा प्रस्ताव लाने की तैयारी में E3 देश
संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों को भेजी गई रिपोर्ट के हवाले से न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने बताया है कि ईरान इन दो शर्तों को मानने के लिए राजी है, लेकिन उसकी शर्त है कि बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की बैठक में ईरान के खिलाफ कोई निंदा प्रस्ताव पारित नहीं किया जाएगा. हालांकि एक डिप्लोमैट ने रॉयटर्स से बताया है कि ईरान के इस कथित प्रस्ताव के बावजूद पश्चिमी देशों ने ईरान के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाने की तैयारी पूरी कर ली है.
…तो मुश्किल में आ जाएगा ईरान
इससे पहले हुए वोटिंग पैटर्न दिखाते हैं कि ईरान के खिलाफ पश्चिमी देशों की ओर से लाए गए प्रस्ताव आसानी से पास हो जाते हैं. एक सफल प्रस्ताव इन तीनों पश्चिमी देशों के लिए उत्प्रेरक का काम कर सकते हैं, जिससे वह 2015 के बहुपक्षीय न्यूक्लियर डील से पहले ईरान पर लगाए गए संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों को बहाल करने के लिए ‘स्नैपबैक मैकानिज्म’ (बार-बार प्रतिबंधों को दोहराना) को दोबारा शुरू कर सकें.
अमेरिका देगा सहयोगियों का साथ
वहीं इस मामले में अमेरिका ने भी अपने यूरोपीय सहयोगियों का साथ देने की पूरी तैयारी कर ली है. अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने ईरान इंटरनेशनल से बातचीत में कहा है कि वह ईरान को जिम्मेदार ठहराने के कोशिशों का मजबूती से समर्थन करेगा. अमेरिका ने ईरान से आग्रह किया है कि वह IAEA के साथ सहयोग करे.
पश्चिमी देशों को ईरान की धमकी
यह फैसला ऐसे वक्त पर लिया गया है जब ईरान ने सहयोग और विरोध दोनों के लिए तैयार रहने की बात कही है. ईरान ने एक तरफ आईएईए की दो शर्तों को मानने का प्रस्ताव दिया है. इसके साथ ही उसने कुछ दिनों पहले चेतावनी भी दी है कि यदि पश्चिमी देश एक बार फिर उसके खिलाफ कदम उठाते हैं तो वह इसके मुताबिक अपनी नीतियों को निर्धारित करेगा.
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