WWE की पूर्व CEO बनेंगी अमेरिका की शिक्षा मंत्री, ट्रंप ने आखिर क्यों लिया ये फैसला?

Ved Prakash Sharma
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Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Donald Trump: राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद डोनाल्ड ट्रम्प कई बड़े पदों पर अपने कैबिनेट के साथियों का चुनाव कर रहे हैं. इसी बीच उन्होंने पूर्व WWE (वर्ल्ड रेसलिंग एंटरटेनमेंट) की CEO और पेशेवर रेस्लर लिंडा मैकमोहन (Linda McMahon) को शिक्षा विभाग की कमान सौंपी है.

विंस मैकमोहन की पत्नी हैं लिंडा
मालूम हो कि वो पहले भी ट्रंप सरकार का हिस्सा रह चुकीं हैं. मैकमोहन ने वर्ष 2017 से लेकर 2019 तक ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान लघु व्यवसाय प्रशासन का नेतृत्व किया था. वह दो बार अमेरिकी सीनेट के लिए रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवार भी रह चुकीं हैं. हालांकि, वो दोनों बार चुनाव में असफल रहीं। वो WWE के संस्थापक विंस मैकमोहन की पत्नी हैं.

उनकी प्रतिबद्धता पर ट्रम्प ने विश्वास जताया है. ट्रंप ने कहा है कि वह देश भर में सार्वभौमिक स्कूल विकल्प को बढ़ावा देने के लिए जबरदस्त काम करेंगी. वर्ष 2009 में लिंडा मैकमोहन ने कनेक्टिकट बोर्ड ऑफ एजुकेशन में एक वर्ष तक काम किया.

व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव बनीं 27 वर्षीय महिला
हाल ही में ट्रंप ने अपने अभियान की प्रवक्ता कैरोलिन लेविट को प्रेस सचिव चुना है. ट्रंप ने एक बयान में कहा कि लेविट स्मार्ट, सख्त और एक बेहद प्रभावी संचारक साबित हुई हैं. मुझे विश्वास है कि वह मंच पर बेहतरीन प्रदर्शन करेंगी और अमेरिकी लोगों तक हमारा संदेश पहुंचाने में मदद करेंगी.

मार्को रूबियो को नियुक्त किया गया विदेश मंत्री
इसके अलावा ट्रंप ने पूर्व सैनिक और टीवी कलाकार पीट हेगसेथ को अपनी नई सरकार में रक्षा सचिव (मंत्री) के पद पर तैनात कर दिया है. उन्होंने रिपब्लिकन पार्टी से सीनेट के सदस्य मार्को रूबियो को विदेश मंत्री नियुक्त किया है. रूबियो ने विदेशी और खुफिया मामलों की संसदीय समितियों में लंबे समय तक कार्य किया है. ट्रंप ने उन्हें सहयोगी देशों का सच्चा मित्र और निडर योद्धा बताया है.

 

डोनाल्ड ट्रंप ने महिला हिंदू नेता तुलसी गबार्ड को राष्ट्रीय खुफिया विभाग का प्रमुख नियुक्त किया है. डेमोक्रेटिक पार्टी से चार बार सांसद रह चुकीं गबार्ड ने चुनाव के दौरान ट्रंप का खुलकर समर्थन किया था. 43 वर्षीय गबार्ड को अमेरिका में अपनी हिंदू मान्यताओं के लिए जाना जाता है, जबकि उनके माता-पिता ईसाई हैं. पिछले चार साल में उन्होंने खुलकर बाइडन प्रशासन की आलोचना की है.

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