Pakistan: भिखारियों को लेकर सऊदी अरब की पाकिस्तान को फटकार का असर होता दिख रहा है. सऊदी अरब के चेतावनी के बाद पाकिस्तान की सरकार ने भरोसा दिलाया है कि पाकिस्तान से सऊदी अरब में भिखारियों को भेजने वाले नेटवर्क को खत्म करने के लिए प्रभावी रूप से कदम उठाएगा.
गृह मंत्री मोहसिन नकवी और सऊदी अरब के उप गृह मंत्री के बीच हुई बैठक
बुधवार को पाकिस्तानी गृह मंत्री मोहसिन नकवी और सऊदी अरब के उप गृह मंत्री डॉ. नासिर बिन अब्दुल अजीज अल-दाउद के बीच हुई बैठक में भिखारी माफियाओं को खत्म करने को लेकर चर्चा हुई. बता दें कि हर साल पाकिस्तान से बड़ी संख्या में लोग उमराह वीजा पर सऊदी अरब जाते हैं और वहां भीख मांगने लग जाते हैं. भिखारियों की बढ़ती संख्या के कारण सऊदी अरब ने शहबाज सरकार को पिछले दिनों चेतावनी दी थी. इसके बाद पाकिस्तान को बदनाम करने वाले 4 हजार पाकिस्तानी नागरिकों के पासपोर्ट पर पाक सरकार ने बैन लगा दिया था.
भिखारियों पर प्रतिबंध
बैठक में मंत्रियों ने द्विपक्षीय संबंधों, आपसी हितों और सुरक्षा सहयोग को बढ़ाने पर भी चर्चा की है. इस दौरान सऊदी राजदूत नवाफ़ बिन सईद अल-मल्की भी मौजूद रहे. बैठक में पाकिस्तानी गृह मंत्री ने भिखारियों के नेटवर्क को तोड़ने के लिए पाकिस्तान की ओर से किए गए प्रयासों के बारे में बताते हुए सऊदी उपमंत्री से कहा कि इस्लामाबाद इस मामले में जीरो टॉलरेंस की नीति को फॉलो कर रहा है. इसे लेकर पाकिस्तान ने 4300 लोगों को एग्जिट कंट्रोल लिस्ट (ECL) में रखा है. इस सूची में वहीं लोग शामिल हैं जिनके विदेश जाने पर रोक लगाया गया है.
उमरा-हज के नाम पर भाख मांगने पहुंचते है पाकिस्तानी
हर साल पाकिस्तान से हजारों लोग सऊदी अरब उमरा और हज करने जाते हैं. सऊदी अरब के लिए उमरा वीजा बेहद आसानी से मिल जाता है. कई पाकिस्तानी यहां उमरा वीजा पर आते हैं और यहां आकर भीख मांगने का काम करने लगते हैं. सऊदी एक अमीर देश है और यहां भिखारियों को एक अच्छी-खासी भीख की उम्मीद होती है. यहीं कारण है कि कई पाकिस्तानी भीख मांगने के उद्देश्य से ही सऊदी यात्रा पर जाते हैं.
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