Space News: धरती की तरफ आ रहा काला राक्षस, महज फुफकार में है करोड़ों बमों का दम

इन दिनों सूर्य बेहद सक्रिय होने लगा है. इसके बड़े सनस्पॉट यानी काले राक्षस का मुंह धरती की तरफ हो रहा है. AR3901 नामक सनस्पॉट कई सौर ज्वालाएं सौरमंडल में फेंक चुका है. 

बताया जा रहा है कि आगामी दिनों में सूर्य से निकलने वाली ज्वालाएं सीधे धरती पर आएंगी. ऐसे में आकाश में न केवल रंगबिरंगी रोशनी नजर आएगी, बल्कि रेडियो ब्लैकआउट भी होगा.

दरअसल, सोलर फ्लेयर्स से निकलने वाली ऊर्जा करोड़ों हाइड्रोजन बमों के बराबर है. उनसे धरती पर बहुत बड़ी तकनीकी तबाही हो सकती है.

इस तूफान में मौजूद आवेशित कण काफी मजबूत हैं, जो जीपीएस या रेडियो सिग्नल को ब्लॉक कर सकते हैं. इतना ही नहीं ये किसी भी इलेक्ट्रिक डिवाइस को बंद कर सकते हैं.

NASA के मुताबिक, सोमवार को सूर्य से नौ M क्लास की सोलर फ्लेयर्स निकलीं. इनमें से अधिकांश इसी AR3901 सनस्पॉट से आई थीं. 

हालांकि, तब धरती उनकी फायरिंग लाइन में नहीं थी. लेकिन अब इस सनस्पॉट के धरती की ओर मुंह करने से चीजें बिगड़ सकती हैं.

यूरोपियन स्पेस एजेंसी के अनुसार, सनस्पॉट या 'सूर्य कलंक' सूर्य के ठंडे क्षेत्र होते हैं, जहां अक्सर विस्फोट से पहले चुंबकीय ऊर्जा का निर्माण होता है.

ये सूर्य पर काले धब्बों की तरह नजर आते हैं. इनमें जमा होने वाली ऊर्जा जब अचानक जबरदस्त विस्फोट के साथ बाहर निकलती है तो उसे सौर ज्वाला कहते हैं.

सौर ज्वालाएं कुछ ही मिनट में चीजों को करोड़ों डिग्री तक गर्म कर देती हैं. ऐसे में चारों ओर इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन फैल सकता है. इसमें रेडियो, एक्स और गामा किरणें होती हैं. 

वैज्ञानिक सौर ज्वालाओं की उनकी चमक के हिसाब से पांच कैटेगरी में बांटते हैं. A क्लास की सौर ज्वालाएं सबसे छोटी और कमजोर होती हैं. 

M और X क्लास की सोलर फ्लेयर्स सबसे भयानक होती हैं जिनका असर धरती पर साफ दिखाई देता है.

इससे कई बार रेडियो ब्लैकआउट होता है, जो पृथ्वी के ध्रुवों को प्रभावित करता है. ऐसे में कभी-कभी छोटे रेडिएशन तूफान भी आते हैं.

X-क्लास फ्लेयर्स जब फूटती हैं, तब दुनिया में रेडियो ब्लैकआउट होता है. साथ ही ऊपरी वायुमंडल में रेडिएशन तूफान ट्रिगर होता है.