Parliament Winter Session: संसद के शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू होने वाला है. ऐसे में इस सत्र से पहले रविवार को सरकार द्वारा सर्वदलीय बैठक बुलाई गई. इस बैठक में कांग्रेस ने अडानी और मणिपुर मुद्दे पर संसद सत्र में चर्चा की मांग की. साथ ही उत्तर भारत में प्रदुषण और रेल हादसों का भी मुद्दा उठाने का जिक्र किया.
कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने बताया कि उनकी पार्टी ने अडानी ग्रुप पर लगे रिश्वतखोरी के आरोपों पर संसद में चर्चा की इजाजत देने की सरकार से अपील की है. उनका कहना है कि उनकी पार्टी चाहती है, कि संसद सत्र में सबसे पहले इसी मुद्दे पर चर्चा की जाए. उनकी पार्टी का मानना है कि यह देश के आर्थिक और सुरक्षा हितों से जुड़ा एक गंभीर मुद्दा है क्योंकि कंपनी ने अपनी सौर ऊर्जा परियोजनाओं के लिए अनुकूल सौदा पाने के लिए नेताओं और नौकरशाहों को 2,300 करोड़ रुपये से अधिक का कथित तौर पर भुगतान किया.
कब से कब तक चलेगा संसद का सत्र?
बता दें कि संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से यानी 25 नवंबर से शुरू होकर 20 दिसंबर तक चलेगा. इस सत्र के लिए वक्फ संशोधन विधेयक सहित 16 विधेयक सूचीबद्ध किए गए हैं. वहीं, सत्र से पहले केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है, जिसमें बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा, कांग्रेस नेता जयराम रमेश और गौरव गोगोई के अलावा टी शिवा, हरसिमरत कौर बादल और अनुप्रिया पटेल शामिल हुए.
वक्फ (संशोधन) विधेयक भी सूचीबद्ध
इस सत्र में पेश होने वाले लंबित विधेयकों में वक्फ (संशोधन) विधेयक भी शामिल है. इस विधेयक पर दोनों सदनों की संयुक्त समिति द्वारा लोकसभा में अपनी रिपोर्ट सौंपने के बाद विचार और पारित करने के लिए सूचीबद्ध किया गया है. हालांकि समिति को इस शीतकालीन सत्र के पहले सप्ताह के अंतिम दिन अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है.
समिति के बैठक में बाधा डाल रहें भाजपा सांसद
वहीं, समिति के विपक्षी सदस्य समिति की रिपोर्ट प्रस्तुत करने की समयसीमा बढ़ाए जाने की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि समिति के अध्यक्ष और भाजपा के सांसद जगदंबिका पाल समिति की बैठकों में बाधा डाल रहे हैं. ऐसे में उन्होंने इस मामले में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से हस्तक्षेप करने की मांग की है.
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