Ayatullah Ali Khamenei: ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई ने सोमवार को ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) की बासिज फोर्स को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में गाजा और लेबनान में जारी इजरायली हमले का जिक्र करते हुए पीएम नेतन्याहू पर बड़ा हमला बोला. साथ ही उन्होंने इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट से जारी अरेस्ट वारंट का जिक्र किया.
खामेनेई ने आईसीसी के द्वारा जारी वारंट को अपर्याप्त बताते हुए कहा कि गाजा और लेबनान में किए युद्ध अपराध के लिए नेतन्याहू को डेथ पेनाल्टी यानी मौत की सजा मिलनी चाहिए. यहूदी प्रशासन ने गाजा और लेबनान में जो किया है वह उनकी जीत नहीं है बल्कि युद्ध अपराध है.
अपने दुश्मनों को पहचानते हैं बासिज फोर्स
सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई ने कहा कि भविष्य में रेसिस्टेंस फोर्स का और विस्तार किया जाएगा. वहीं, बासिज फोर्स को लेकर उन्होंने कहा कि बासिज के पास साहस, तेजी से काम करने की क्षमता और व्यापक विजन है. साथ ही इसके पास अपने दुश्मनों को पहचानते हैं और विभिन्न घटनाक्रमों को लेकर संवेदनशील है. ऐसे में हमें दृढ़निश्चय और फैसले लेने की क्षमता को नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए, बल्कि इसकी सराहना करनी चाहिए और इसे मजबूती प्रदान करनी चाहिए.
मौत से भी नहीं डरते ईरान के बासिज
उन्होंने बासिज फोर्स का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि इसका अपना लक्ष्य और कारण हैं वह मौत से भी नहीं डरते हैं. यह ईरान में धार्मिक, राजनीतिक और आर्थिक मोर्चे पर लड़ने वाली एक वालंटियर फोर्स है.
बता दें कि बासिज फोर्स में पुरुष और महिलाओं के मिलाकर कुल 90 हजार सैनिक शामिल हैं. इतना ही नहीं, जरूरत पड़ने पर बासिज फोर्स करीब 10 लाख वालंटियर्स भी जुटा सकती है, इसका मुख्य काम देश के भीतर सरकार विरोधी गतिविधियों से निपटना है.
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