पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने बच्चों को लेकर दिया बड़ा बयान, कहा- ‘संख्या से अधिक उनके संस्कार और विचारधारा पर ध्यान देना चाहिए…’

Shivam
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बागेश्वर धाम के पीठाधीश पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri) इन दिनों मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के शिवपुरी जिले के करैरा में श्रीमद्भागवत कथा (Srimad Bhagwat Katha) का आयोजन कर रहे हैं. पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने रामराजा गार्डन में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बातचीत में कई विषयों पर अपनी राय रखी. मीडिया से बातचीत के दौरान उन्‍होंने कहा, “परिवार में बच्चों की संख्या से अधिक उनके संस्कार और विचारधारा पर ध्यान देना चाहिए. भले ही एक ही बच्चा हो. लेकिन, वह अपनी संस्कृति और धर्म के प्रति कट्टर होना चाहिए.” बच्चों की संख्या महत्वपूर्ण नहीं है. क्वांटिटी से ज्यादा क्वालिटी बेहतर है.

परिवार की मजबूती के लिए अधिक बच्चे जरूरी- पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री

पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने आगे कहा, “आज के समय में परिवारों का विखंडन बढ़ रहा है. चाचा, बुआ और मौसी जैसे रिश्ते समाप्त होते जा रहे हैं. यदि हिंदू परिवारों में तीन-चार बच्चे नहीं होंगे, तो हमारी कुटुंब प्रणाली कमजोर होती जाएगी. यह केवल हिंदू समाज के लिए ही नहीं, बल्कि संपूर्ण समाज के लिए चिंताजनक है.” पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का यह बयान संघ प्रमुख मोहन भागवत के हालिया बयान का समर्थन करता नजर आया.

पं. धीरेंद्र शास्त्री ने मीडिया बातचीत के दौरान उन्हें जान से मारने की धमकी देने वाले कट्टरपंथी बलजिंदर परवाना के बयान का भी उत्तर दिया. कृष्ण शास्त्री ने स्पष्ट किया, “हमने यूपी के संभल जिले के हरिहर मंदिर को लेकर बयान दिया था, लेकिन परवाना जी ने इसे गलत संदर्भ में लिया और हरमंदिर साहिब से जोड़ दिया. दरअसल, जामा मस्जिद के पास हरिहर मंदिर के प्राचीन अवशेष मिले हैं. यदि कोर्ट की अनुमति मिलेगी, तो हम वहां प्राण प्रतिष्ठा करेंगे.”

हरमंदिर साहिब और सिख गुरुओं के प्रति हमारी अपार श्रद्धा है

पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने सिख समुदाय से जुड़े सवालों पर कहा, “हरमंदिर साहिब और सिख गुरुओं के प्रति हमारी अपार श्रद्धा है. हम सपने में भी उनके लिए गलत विचार नहीं ला सकते. हिंदू और सिख भाई-भाई हैं. इन्हें कभी अलग नहीं किया जा सकता.” इस दौरान उन्‍होंने हिंदू धर्म की एकता, परिवार की मजबूती और धार्मिक सद्भावना बनाए रखने की अपील की.

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