Taiwan: ताइवान और चीन के बीच तनाव से पूरी दुनिया वाकिफ है. चीन आए दिन ताइवान को धमकी देता रहा है और उसके आस-पास के क्षेत्रों में सैन्य अभ्यास करता है. इसी बीच ताइवान के राष्ट्रपति लाइ चिंग ते ने चीन को बड़ी नसीहत दे डाली है. उन्होंने अपने पहले विदेशी दौरे के समापन पर चीन को कहा कि धमकी मत दो, इससे अच्छा है कि अपने पड़ोसी देशों के लिए बाहें फैलाओ. लाइ चिंग ते ने शांति के उद्देश्य से बीजिंग से लड़ाई झगड़े के बजाय पड़ोसी देशों के लिए अपनी बाहें खोलने का आह्वान किया.
पहले विदेशी दौरे पर लाइ चिंग
जानकारी दें कि लाइ चिंग ते ने मई में राष्ट्रपति का पद ग्रहण करने के बाद पहला विदेश दौरा किया है. शुक्रवार को चिंग ते ने प्रशांत द्वीप राष्ट्र पलाऊ में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की. लाइ चिंग का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब चिंग ते के दौरे के जवाब में चीन के ताइवान के आसपास सैन्य अभ्यास करने को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं. उन्होंने कहा कि पड़ोसी देशों को मजबूर करने के लिए चाहे जितने भी सैन्य अभ्यास और युद्धपोत या विमान इस्तेमाल कर लें, लेकिन वह यानी चीन किसी भी देश का सम्मान नहीं जीत पाएंगे.
ताइवान से खफा रहा है चीन
हाल ही अमेरिका ने ताइवान को हथियारों की बिक्री किए जाने की घोषणा की थी. जिसके बाद गुरुवार को चीन के विदेश मंत्रालय ने 13 अमेरिकी कंपनियों और छह अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान कर दिया. इसके एक दिन बाद ही राष्ट्रपति लाइ चिंग ते ने यह टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि जैसा कि मैंने पहले भी कहा है, जब सत्तावादी देश एक साथ इकट्ठा होते हैं, तो लोकतांत्रिक देशों को वैश्विक और क्षेत्रीय स्थिरता एवं विकास सुनिश्चित करने के लिए एकजुट होना चाहिए. आपको बता दें कि चीन हमेशा ताइवान से खफा रहता है. वह ताइवान को अपना हिस्सा बताता है.
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