मार्केट रिसर्च फर्म फार्मारैक द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, भारतीय फार्मास्युटिकल बाजार (आईपीएम) ने नवंबर में वैल्यू ग्रोथ में 9.9 प्रतिशत और वॉल्यूम ग्रोथ में 3.1% की वृद्धि दर्ज की. मार्केट रिसर्च फर्म Pharmarack द्वारा जारी डेटा के अनुसार, चार महीनों की कमजोर प्रदर्शन के बाद यह सुधार देखने को मिला है.
वहीं, फार्मारैक की वाइस प्रेसिडेंट-कमर्शियल शीतल सापले ने बताया, “कार्डियक, गैस्ट्रो, एंटी-डायबिटीज और डर्मा सेगमेंट में आईपीएम की औसत वृद्धि 9.9% से अधिक रही है. शीर्ष थेरेपी क्षेत्रों में अधिकांश ने सकारात्मक वॉल्यूम ग्रोथ दर्ज की है। कुछ क्षेत्रों में यूनिट ग्रोथ भी प्रोत्साहनजनक है.”
- कैंसर की दवाएं (एंटी-नियोप्लास्टिक्स): 11.8 प्रतिशत वॉल्यूम ग्रोथ.
- डर्मेटोलॉजी और यूरोलॉजी: क्रमशः 8.3% और 8.9 प्रतिशत यूनिट ग्रोथ।
- कीमतों में वृद्धि और नई दवाओं का लॉन्च प्रमुख ग्रोथ ड्राइवर्स रहे.
वार्षिक बिक्री में वृद्धि
- कार्डियक, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल और एंटी-इंफेक्टिव थेरेपी क्षेत्रों की वार्षिक वृद्धि क्रमशः 12 प्रतिशत, 13 प्रतिशत और 12 प्रतिशत रही.
- IPM की कुल वार्षिक वृद्धि 8 प्रतिशत रही.
शीर्ष प्रदर्शन करने वाली दवाएं
- ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन की एंटीबायोटिक दवा ऑगमेंटिन: ₹77 करोड़ की बिक्री.
- यूएसवी की ग्लाइकोमेट GP: 68 करोड़ रुपए की बिक्री.