बाबा साहेब का संविधान सामाजिक परिवर्तन व राष्ट्र निर्माण का शक्तिशाली उपकरण: डॉ. दिनेश शर्मा

Divya Rai
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Delhi News: संसद के शीतकालीन सत्र में बाबा साहेब अंबेडकर को लेकर सियासी संग्राम छिड़ा हुआ है. वहीं, राज्यसभा सांसद व यूपी के पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने इस दौरान कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत का संविधान सर्वश्रेष्ठ अवस्था में पहुचने की ओर अग्रसर हो रहा है. उन्होंने कहा कि बाबा साहेब का संविधान सामाजिक परिवर्तन व राष्ट्र निर्माण का शक्तिशाली उपकरण है.

संसद में संविधान पर चर्चा में भाग लेते हुए सांसद ने कहा कि जो लोग आज संविधान की रक्षा करने का दम भर रहे हैं उन्होंने ही संविधान की मर्यादा को तार तार करने में कोई कोर कसर नहीं रखी है. कांग्रेस पर निशाना साधते हुए डॉ. शर्मा ने कहा कि आरक्षण को समाप्त करने की सोच को उनके बड़े नेता विदेशी जमीन पर जाहिर कर चुके हैं. विदेशी सोच वाले ऐसे लोग भारत को शक्तिहीन करना चाहते हैं. इनको भारत में राष्ट्रवाद की सोच का पनपना रास नहीं आता है. विदेश जाकर देश की बदनामी करना इनका एकमात्र उद्देश्य रह गया है. इसके पीछे की मंशा देश को विकास की पटरी से उतारने की लगती है.

डॉ. शर्मा ने गांधी परिवार को निशाने पर लेते हुए कहा कि इनके पूर्वजों का इतिहास संविधान की मर्यादा तथा बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी के सम्मान को तार तार करने का रहा है. राहुल जी के परदादा सरकारों को गिराने की शुरुवात करके गए थे तो दादी ने तो देश पर आपातकाल ही थोप दिया. ऐसा करके ज्वालामुखी से भी भयंकर विस्फोट किया. ऐसे लोग पता नहीं किस मुंह से संविधान की रक्षा की बात करते हैं. डॉ. शर्मा ने कहा कि पिछडों के अधिकारों को भी रोकने का काम इनका ही रहा है. मंडल रिपोर्ट को कांग्रेस की सरकारों ने ही लम्बे समय तक लागू नहीं होने दिया था. पिछडों को उनके अधिकार भाजपा समर्थित सरकार के समय में ही मिला था.

डॉ. शर्मा ने कहा कि संविधान को लेकर जगह जगह घूमने वालों ने ही शाहबानों केस में महिला अधिकारों का हनन किया था. जबकि प्रधानमंत्री मोदी के समय में महिलाओं को नीति निर्माण भागीदारी दी गई है. आज के समय में उनकी आखों में नए सपने हैं. भारत के संविधान में रानी लक्ष्मीबाई की तस्वीर भी थी जो नारी सशक्तीकरण की प्रतीक है तथा उन्होंने देश की आजादी के लिए बड़ा योगदान किया.

सांसद ने कहा कि बाबा साहेब न केवल संविधान के रचयिता थे, बल्कि सामाजिक न्याय के प्रबल प्रवर्तक थे. उनके द्वारा बनाया गया संविधान नागरिकों के अधिकार, कर्तव्य व उनके बीच समन्वय का अहम दस्तावेज है. संविधान समाज की आत्मा है तथा बाबा साहेब का कहना था कि संविधान सही मायने में तभी असरकारी होगा जब समाज के लोग समानता न्याय और बंधुत्व के मूल्यों को आत्मसात कर लेंगे. उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार की संविधान के प्रति सोच सकारात्मक है, जबकि पिछली गैर भाजपा सरकारों की नकारात्मक सोच के चलते उनके समय में कई बार संविधान की धज्जियां उड़ी थीं. यह भाजपा की अटल जी की सरकार थी जिसने संविधान संशोधनों की पवित्रता को सुनिश्चित किया तथा अनुसूचित जाति व अनुसूचित जन जाति के लोगों को न्याय मिला. उनके लिए खाली पड़े पदों को भरने का मार्ग प्रशस्त हुआ. अटल जी को विजनरी नेता बताते हुए डॉ. शर्मा ने कहा कि उनके समय में क्षेत्रीय भाषाओं को महत्व देने का काम आरंभ हुआ और कई भाषाओं को आठवीं अनुसूची में शामिल किया गया.

जीएसटी पर विपक्ष के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए डॉ. शर्मा ने कहा कि इस टैक्स के लिए नींव अटल जी के समय में रखी गई जिसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के समय में मूर्त रूप दिया गया और आज देश का राजस्व बढ़ा है जिससे विकास की नई गाथा की नींव है. उनका कहना था कि संविधान के प्रति नकारात्मक सोच रखने वालों ने उसे ठेस पहुंचाई है तथा उसकी हत्या की. इसका सबूत 1975 का आपातकाल है. उस समय में देश में हर वर्ग के लोगों का उत्पीड़न हुआ था. जबरन नसबन्दी कराई गई थीं. संवैधानिक व्यवस्थाओं को नष्ट किया गया. संविधान में बिना नियम कायदे के अनुचित संशोधन किए गए.

सांसद ने कहा कि वर्तमान केन्द्र सरकार राज्यों के साथ बेहतर तालमेल से काम कर रही है. राज्यों को अधिक राजस्व की प्राप्ति हो रही है. संविधान के उल्लंघन का इतिहास रखने वाले जान लें कि जनता सब देख रही है. डॉ. शर्मा ने कहा कि संविधान के सम्मान को लेकर राज्यसभा में गृहमंत्री श्री अमित शाह जी के द्वारा दिए गए भाषण से कांग्रेस की बाबा साहब भीमराव अंबेडकर विरोधी नीतियों का खुलासा हुआ है इसलिए गलत नॉरेटिव बनाकर झूठ फैलाओ गैंग विधानसभा चुनाव की पराजय के बाद पुनः सक्रिय हो गया है. डॉ. शर्मा ने लोकसभा और राज्यसभा में कांग्रेस पार्टी द्वारा किए गए हंगामे की आलोचना करते हुए कहा कि हताश निराश विपक्ष आरक्षण के संदर्भ में झूठ का सहारा लेने के बाद विफल होने पर अब बाबा साहब का नाम लेकर झूठ फैला रहा है ,जिसे जनता माफ नहीं करेगी. डॉक्टर शर्मा ने सदन में बार-बार व्यवधान डालने के लिए विपक्ष की आलोचना की.

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