GWD: ग्राउंड वाटर डिपार्टमेंट (GWD) ने 61 से ज्यादा सोसाइटियों को गैरकानूनी बोरवेल चलाने के लिए नोटिस भेजा है. जीडब्ल्यूडी ने उन्हें 30 दिन में रिपोर्ट देने को कहा है. विभाग ने बताया कि लगभग 76 सोसाइटियां बिना NOC के खुले में पानी निकाल रही हैं. इसकी जांच शुरू की गई. इन सोसाइटियों में बोरवेल चलते हुए पाए गए, लेकिन इनमें से किसी ने भी बोरवेल चलाने के लिए NOC नहीं लिया था.
पानी की कमी
कुछ सोसाइटियों के आरडब्ल्यूए (रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन) ने डिपार्टमेंट से अनौपचारिक तौर पर संपर्क किया है और बताया कि वे बोरवेल का इस्तेमाल क्यों कर रहे हैं. उनका कहना है कि हर वर्ष दो महीने तक गंगा जल की सप्लाई बंद कर दी जाती है, और इस दौरान उन्हें पानी की कमी होती है.
गंगा जल की सप्लाई
गाज़ियाबाद के इंदिरापुरमसिद्धार्थ बिहार , राजनगर एक्सटेंशन और अन्य क्षेत्र की सोसाइटियों को नोटिस भेजे गए हैं. राजनगर एक्सटेंशन के लोग कहते हैं कि उनके पास बोरवेल के अलावा कोई और ऑप्शन नहीं है, यह उनका एकमात्र पानी का सोर्स है. इंदिरापुरम में गंगा जल की सप्लाई तो है, लेकिन कई सोसाइटियां फिर भी बोरवेल का इस्तेमाल करती हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि गंगा जल की सप्लाई पर्याप्त नहीं है.
अधिकारियों ने कहा…
हाइड्रोलॉजिस्ट अंकिता राय ने कहा कि यदि किसी सोसाइटी को गंगा जल की आपूर्ति मिल रही है, लेकिन वे बोरवेल चलाने के लिए एनओसी चाहते हैं, तो हमें संबंधित अधिकारियों से यह पत्र चाहिए कि वे पानी की सप्लाई पूरी नहीं कर रहे हैं. इसके बाद ही एनओसी दी जाएगी. गाजियाबाद में भूजल स्तर तेजी से गिर रहा है और डिपार्टमेंट की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, मानसून के पहले और बाद में करीब 7 मीटर की गिरावट आई है.
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