Gaza: युद्धग्रस्त गाजा में कड़ाके की ठंड कहर बरपा रही है. इजरायल और हमास जंग के वजह से विस्थापित हुए लगभग 20 लाख लोग खुद को हवा, ठंड और बारिश के लिए संघर्ष कर रहे हैं. कड़ाके के ठंड की वजह से तंबू में रहने को मजबूर तीन सप्ताह की एक बच्ची की मौत हो गई.
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब हमास और इजरायल एक दूसरे पर युद्ध विराम समझौते को जटिल बनाने के आरोप लगा रहे हैं. चिकित्सकों ने बताया कि हाल के दिनों में गाजा में टेंट में रह रहे बच्चे की ठंड से मौत का यह तीसरा केस है.
आवश्यक वस्तुएं पहुंचाने में संघर्ष
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इजरायल द्वारा गाजा पर की गई बमबारी और जमीनी हमलों में 45 हजार से अधिक फलस्तीनी मारे जा चुके हैं, जिनमें से आधे से अधिक महिलाएं और बच्चे हैं. तंबुओं में रह रहे हजारों लोग ठंड शुरू होने के वजह से ठिठुर रहे हैं. सहायता समूहों को भोजन और अन्य जरूरी वस्तुएं पहुंचाने के लिए कड़ी मशक्कत करना पड़ रहा है.
गाजा में पड़ रही कड़ाके की ठंड
सहायता समूहों ने बताया कि इन लोगों के पास कंबल और गर्म कपड़े तक नहीं हैं. खान यूनिस शहर के बाहर मुवासी इलाके में टेंट में शरण लेने को मजबूर तीन सप्ताह की सिला के पिता महमूद अल-फसीह ने कहा कि उन्होंने बच्ची को ठंड से बचाने के लिए कंबल में लपेट कर रखा, लेकिन यह पर्याप्त नहीं था.
उन्होंने कहा कि मंगलवार रात नौ डिग्री सेल्सियस तापमान के बीच तंबू में ठंड हवाएं आ रही थीं और जमीन भी ठंडी थी. फसीह ने कहा कि सिला रात में तीन बार रोकर उठी और सुबह उन्होंने पाया कि वह बेहोश थी और उसका शरीर अकड़ गया था. वह उसे एक अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन उसके फेफड़े पहले ही काम करना बंद कर दिए.
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