यूएस में कॉस्मेटिक कंपनियों के लिए बना नया टेस्टिंग नियम, जानिए…

Raginee Rai
Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
Must Read
Raginee Rai
Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

US News: अमेरिका में FDA ने टैल्‍क और टैल्‍क युक्‍त कॉस्‍मेटिक उत्‍पादों में एसबेस्‍टस का पता लगाने के लिए नई टेस्टिंग तकनीक का प्रस्‍ताव रखा, जिसे बृहस्‍पतिवार को अमेरिका के संसद में अनिवार्य कर दिया है. इसके बाद अब कॉस्‍मेटिक कंपनियों को नया टेस्टिंग नियम का पालन करना होगा. एफडीए से प्रस्तावित नए फेडरल नियम के अतंर्गत कंपनियों को यह सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त कदम उठाने होंगे कि टैल्क युक्त कोई भी प्रोडक्‍ट एस्बेस्टस से मुक्त हो.

FDA के अमेरिकी कांग्रेस से मिली मंजूरी  

गुरुवार को फूड एंड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) के इस प्रस्ताव को अमेरिकी कांग्रेस ने मंजूरी दे दी. इस प्रस्ताव का उद्देश्य उपभोक्ताओं को मेकअप, बेबी पाउडर और अन्य पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स की सुरक्षा के बारे में आश्वस्त करना है. यह जॉनसन एंड जॉनसन और अन्य कंपनियों के खिलाफ टैल्क-आधारित बेबी पाउडर और कैंसर के बीच संबंधों का आरोप लगाने वाले कई वर्षों के मुकदमों के बाद आया है.

टैल्क और कैंसर के बीच कनेक्शन?

कानूनी मुकदमों के बाद, रिसर्च में कैंसर और टैल्क के बीच संभावित संबंध के मिले-जुले सबूत मिले हैं, हालांकि इसे जिस तरह से खनन किया जाता है उसके वजह से इस आशंका को दशकों पहले से पहचाना जाता रहा है.

दरअसल टैल्क एक मिनरल है, जिसका इस्तेमाल नमी को ऑब्जर्व करने या कॉस्मेटिक्स की बनावट, टेक्स्चर और रंग को बेहतर बनाने में होता है. इसे जमीन के अंदर से खनन कर निकाला जाता है, जो कभी-कभी जहरीले खनिज एस्बेस्टस के पास ही होते हैं. हालांकि इस क्रॉस कंटैमिनेशन के खतरे को कॉस्मेटिक कंपनियों द्वारा लंबे समय से पहचाना जाता रहा है.

टैल्क में एस्बेस्टस का पता लगाने के लिए टेस्टिंग

हाल ही में एफडीए स्पॉन्सर्ड टेस्टिंग में कोई सुरक्षा मुद्दा सामने नहीं आया है. एफडीए के मुताबिक, साल 2021 से अब तक 150 से अधिक कॉस्मेटिक सैंपल का लैबोरेटरी एनालिसिस एस्बेस्टस के लिए नकारात्‍मक आया है. फिर भी, खतरे के बारे में चिंताओं ने कांग्रेस (अमेरिकी संसद) को 2023 का कानून पारित करने के लिए प्रेरित किया. इसमें एफडीए को एस्बेस्टस टेस्टिंग के लिए नए उद्योग मानक जारी करने की आवश्‍यकता थी.

एफडीए के कॉस्मेटिक्स एंड कलर्स ऑफिस की डायरेक्टर डॉ लिंडा काट्ज ने कहा कि एजेंसी ने टैल्क और टैल्क युक्त कॉस्मेटिक प्रोडक्‍ट्स में एस्बेस्टस का पता लगाने और पहचानने से जुड़े वैज्ञानिक सबूतों और जटिल नीतिगत मुद्दों पर सावधानीपूर्वक विचार किया है. काट्स ने कहा कि हमारा मानना ​​है कि प्रस्तावित टेस्टिंग तकनीक एस्बेस्टस का पता लगाने के लिए उपयुक्त है, इससे टैल्क युक्त कॉस्मेटिक उत्पादों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में सहायता मिल सकती है.’

J&J के बेबी पाउडर से कैंसर के खतरे का आरोप

बता दें कि जॉनसन एंड जॉनसन (J&J) के खिलाफ काफी समय से चल रहे मुकदमे में आरोप लगाया गया है कि कंपनी के टैल्क बेबी पाउडर के इस्तेमाल से महिलाओं में ओवरियन का कैंसर हो सकता है. जेएंडजे  की एक सहायक कंपनी ने हजारों मुकदमों को निपटाने के लिए करीब 8 बिलियन डॉलर का भुगतान करने का प्रस्ताव दिया है. सौदे के हिस्से के तौर पर सहायक कंपनी को दिवालिया घोषित करेगी, हालांकि उस प्रस्ताव को न्याय विभाग ने कोर्ट में चुनौती दी है.

जे एंड जे ने साल 2020 में अमेरिकी मार्केट में और फिर 2023 में इंटरनेशनल लेवल पर अपने बेबी पाउडर से टैल्क को हटा लिया था. कंपनी का कहना है कि वह अपने उत्पादों की सुरक्षा के लिए खड़ी है. हालांकि कैंसर के मूल वजह का पता लगाना मुश्किल है, खासकर ओवरियन के कैंसर के मामलों में, जो कि कैंसर का सबसे दुर्लभ रूप है.

ये भी पढ़ें :- US: अमेरिकी NSA से मिले विदेश मंत्री एस जयशंकर, इन मुद्दों पर हुई चर्चा

Latest News

Police की बदमाशों से मुठभेड़: जवाबी फायरिंग में एक को लगी गोली, साथी मौके से फरार

राहगीरों का मोबाइल छीनकर फरार होने वाला बदमाश शनिवार 28 दिसम्बर को शाम सेक्टर-126 थाने की पुलिस के साथ...

More Articles Like This