PM Modi on Nikhil Kamath Podcast: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जेरोधा के कॉ-फाउंडर निखिल कामथ के पॉडकास्ट शो ‘पीपल बाई डब्ल्यूटीएफ’ में पहुंचे थे. इस पॉडकास्ट का ट्रेलर यूट्यूब पर जारी कर दिया गया है, जिसका नाम ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ लोग’ रखा गया है. पॉडकास्ट में पीएम मोदी ने अपने जीवन के कई पहलुओं पर खुलकर चर्चा की. इस दौरान पीएम ने कहा कि आज भारत का वक्त है.
भारतीय वीजा के लिए कतार में खड़ी होगी दुनिया
शो के दौरान निखिल कामत ने पीएम मोदी से पूछा कि दुनियाभर में भारत के प्रति धारणा कैसे बदली है? इसके जवाब में पीएम ने कहा, जब अमेरिकी सरकार ने मुझे वीजा देने से मना किया था, तब मैं विधायक था. एक व्यक्ति के तौर पर अमेरिका जाना कोई बड़ी बात नहीं थी, मैं पहले भी वहां गया था, लेकिन मुझे लगा कि एक चुनी हुई सरकार और देश का अपमान हो रहा है, और मेरे मन में दुविधा थी कि आखिर हो क्या रहा है… उस दिन मैंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जहां मैंने कहा कि अमेरिकी सरकार ने मेरा वीजा देने से मना कर दिया है. मैंने यह भी कहा कि मैं भारत को उस जगह देखता हूं, जहां दुनिया वीजा के लिए कतार में खड़ी होगी. यह मेरा 2005 का बयान है और आज हम 2025 में खड़े हैं. इसलिए, मैं देख सकता हूं कि अब समय भारत का है.”
पीएम मोदी ने आगे कहा, मैं हाल में कुवैत गया था. मैं एक मजदूर कॉलोनी में गया. वहां एक मजदूर ने मुझसे पूछा कि उसके जिले (भारत में) में अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा कब बनेगा. यही आकांक्षा है जो 2047 में भारत को विकसित देश बनाएगी.
2002 के गोधरा दंगों पर पीएम मोदी ने की बात
इस दौरान पीएम मोदी ने 2002 में गोधरा में ट्रेन में 59 लोगों को जिंदा जलाने की घटना को याद करते हुए कहा, “उस दर्दनाक दृश्य को देखने के बाद मैंने सब कुछ महसूस किया लेकिन अपनी भावनाओं को कंट्रोल के लिए मैं हर संभव प्रयास किए, क्योंकि मैं मुख्यमंत्री था.”
पीएम मोदी ने कहा, “24 फरवरी 2002 को मैं पहली बार विधायक बना और 27 फरवरी को मैं विधानसभा गया. मैं तीन दिन पुराना विधायक था जब गोधरा में ऐसी घटना घटी. हमें सबसे पहले ट्रेन में आग लगने की खबर मिली, फिर धीरे-धीरे हमें हताहतों की खबरें मिलने लगी. मैं सदन में था और मैं चिंतित था. जैसे ही मैं बाहर आया, मैंने कहा कि मैं गोधरा जाना चाहता हूं. वहां केवल एक हेलीकॉप्टर था. मुझे लगता है कि यह ओएनजीसी का था, लेकिन उन्होंने कहा कि चूंकि यह सिंगल इंजन वाला हेलीकॉप्टर है, इसलिए वे इसमें किसी वीआईपी को जाने की इजाजत नहीं दे सकते. हमने बहस की और मैंने कहा कि जो कुछ भी होगा उसके लिए मैं जिम्मेदार रहूंगा. मैं इसे लिख कर दे दूंगा.”
पीएम मोदी ने आगे कहा, “मैं गोधरा पहुंचा और मैंने वह दर्दनाक दृश्य, वे लाशें देखीं. मैंने सब कुछ महसूस किया, लेकिन मुझे पता था कि मैं ऐसी स्थिति में बैठा था जहां मुझे अपनी भावनाओं और स्वाभाविक प्रवृत्तियों से दूर रहना होगा. मैंने खुद को कंट्रोल करने के लिए जो कुछ भी कर सकता था, किया.”