सीबीआरई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2024 में भारतीय रियल एस्टेट बाजार (Indian Real Estate Market) में विदेशी इक्विटी निवेश में सिंगापुर, अमेरिका और कनाडा का दबदबा रहा. 2024 में इन तीनों देशों ने देश के रियल एस्टेट में कुल इक्विटी निवेश में कुल मिलाकर 25 प्रतिशत से अधिक का योगदान दिया. 2024 में कुल विदेशी इक्विटी निवेश में सिंगापुर की हिस्सेदारी ~36 प्रतिशत थी, इसके बाद संयुक्त राज्य अमेरिका की हिस्सेदारी ~29 प्रतिशत और कनाडा की हिस्सेदारी~22 प्रतिशत थी. पिछले वर्ष की तुलना में 2024 में यूएई से निवेश में भी उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई.
निवेश गतिविधि में निरंतर गति देखने की उम्मीद
भारतीय रियल एस्टेट में कुल इक्विटी निवेश 2024 में 11.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया, जो पिछले साल की तुलना में ~54 प्रतिशत अधिक है. सीबीआरई के चेयरमैन और सीईओ- भारत, दक्षिण-पूर्व एशिया, मध्य पूर्व और अफ्रीका अंशुमान मैगजीन ने बताया, “हमें निवेश गतिविधि में निरंतर गति देखने की उम्मीद है, विशेष रूप से निर्मित कार्यालय परिसंपत्तियों और आवासीय विकास स्थलों में. ई-कॉमर्स और क्विक कॉमर्स पर बढ़ते फोकस से लॉजिस्टिक्स और वेयरहाउसिंग क्षेत्र में मजबूत वृद्धि होगी, जिससे डेवलपर्स और निवेशकों दोनों के लिए नए अवसर पैदा होंगे.” घरेलू निवेश प्राथमिक चालक बने रहे, 2024 में कुल इक्विटी निवेश में~70 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ.
डेवलपर्स ने पूंजी प्रवाह में निभाई अग्रणी भूमिका
डेवलपर्स ने पूंजी प्रवाह में अग्रणी भूमिका निभाई, 2024 में कुल इक्विटी निवेश का ~44 प्रतिशत हिस्सा हासिल किया, इसके बाद संस्थागत खिलाड़ियों ने ~36 प्रतिशत, निगमों ने ~11 प्रतिशत, REIT ने ~4 प्रतिशत और अन्य श्रेणियों ने ~5 प्रतिशत निवेश किया. मुंबई और दिल्ली-एनसीआर 2024 में निवेश प्रवाह के लिए शीर्ष गंतव्य थे, जिनमें से प्रत्येक ने कुल~25 प्रतिशत हिस्सा लिया. उनके बाद बेंगलुरु ने ~14 प्रतिशत, चेन्नई ने ~8 प्रतिशत और हैदराबाद ने ~6 प्रतिशत निवेश किया.