India US Partnership: इस समय भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था का पूरी दुनिया में डंका बज रहा है. इसी बीच व्हाइट हाउस के एक शीर्ष भारतीय-अमेरिकी अधिकारी ने कहा है कि वैश्विक चुनौतियों,खास तौर से सार्वजनिक स्वास्थ्य और दवा नवाचार के क्षेत्र में चुनौतियों का समाधान करने के लिए अमेरिका-भारत साझेदारी महत्वपूर्ण है.
अमेरिका के ‘ऑफिस ऑफ नेशनल ड्रग कंट्रोल पॉलिसी’(ओएनडीसीपी) के निदेशक डॉ.राहुल गुप्ता ने कहा कि दुनिया की सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए यह आवश्यक है कि दोनों देश सभी क्षेत्रों में अपनी साझेदारी बनाए रखें और उसे आगे बढ़ाएं. क्योंकि जब हमारे पास एक अमेरिका और एक भारत है, जो दुनिया की समस्याओं को हल करने के लिए एक साथ आगे बढ़ रहे हैं.
विश्व के महाद्वीपों को एक-दूसरे के करीब आने का मौका
उन्होंने कहा कि यह एकमात्र तरीका है जिससे हम दुनिया की समस्या को हल करने में सक्षम होंगे, क्योंकि यह वास्तव में वह जगह है जहां पूर्व पश्चिम से मिलता है. यह संबंध सिर्फ दोनों देशों को ही नहीं बल्कि विश्व के महाद्वीपों को भी एक-दूसरे के करीब आने,एक-दूसरे को समझने और अंततः विश्व की सबसे गंभीर समस्याओं को एक इकाई के रूप में मिलकर हल करने का अवसर देता है, जिससे हम देशों की आने वाली पीढ़ी को लोकतांत्रिक तरीके से काम करने के लिए प्रेरित कर सकें,ताकि इस ग्रह को मदद मिले.
भारत के साथ अमेरिका बनाना चाहता है नीति
डॉ गुप्ता ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच अब तक स्थापित सबसे अग्रणी दवा नीति तैयार करना चाहता है. उन्होंने बताया कि इस सहयोग के तीन स्तंभ हैं, जिसमें पहला स्तंभ नशीली दवाओं के खिलाफ सहयोग है. दूसरा सार्वजनिक स्वास्थ्य पर प्राथमिकता है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि दोनों देशों में की गई प्रगति का समर्थन किया जाए और एक दूसरे के साथ साझा किया जाए. जबकि तीसरा स्तंभ भविष्य के दवा उत्पादनों के लिए आपूर्ति श्रृंखला विकसित करना है.
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