Masoud Pezeshkian: ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान शुक्रवार को रूस के दौरे पर मास्को पहुंचे, जहां वो एक व्यापक रणनीतिक साझेदारी संधि पर हस्ताक्षर करेंगे. हालांकि इससे पहले पेजेशकियान ने क्रेमलिन की दीवार के पास गुमनाम सैनिकों के स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित की और फिर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बातचीत के लिए क्रेमलिन (रूस का राष्ट्रपति कार्यालय) पहुंचे.
व्यापक रणनीतिक साझेदारी संधि पर होंगे दस्तखत
बता दें कि जुलाई 2024 में ईरान के राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित होने के बाद पेजेशकियान की पुतिन के साथ यह तीसरी बैठक है. इस दौरान रूस के राष्ट्रपति कार्यालय के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने कहा कि पुतिन और मसूद पेजेशकियान जिस ‘व्यापक रणनीतिक साझेदारी संधि’ पर दस्तखत करेंगे, उसमें व्यापार और सैन्य सहयोग से लेकर विज्ञान, शिक्षा और संस्कृति तक सभी क्षेत्र शामिल हैं.
ट्रंप के शपथ समारोह से संबंध नहीं
दमित्री पेस्कोव ने बताया कि पुतिन ने बातचीत के लिए पहुंचे पेजेशकियान का स्वागत करते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच यह नई संधि आपसी सहयोग के सभी क्षेत्रों को व्यावहारिक रूप से अतिरिक्त प्रोत्साहन देगी. जबकि ईरानी राष्ट्रपति पेजेशकियान ने रूस-ईरान संबंधों के “रणनीतिक महत्व” पर जोर देते हुए कहा कि यह संधि ‘भविष्य के कदमों के लिए मजबूत नींव’ प्रदान करेगी.
पहले ही तय हुआ था कार्यक्रम
रूस और ईरान के बीच इस संधि पर ऐसे समय में हस्ताक्षर हो रहा है जब हाल ही में अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए डोनाल्ड ट्रंप शपथ लेने वाले है. हालांकि क्रेमलिन के प्रवक्ता ने ट्रंप के शपथ समारोह और संधि पर हस्ताक्षर के समय के बीच कोई संबंध होने से इनकार किया. उन्होंने कहा कि संधि पर हस्ताक्षर का कार्यक्रम बहुत पहले ही तय कर लिया गया था.
रूस और ईरान के रिश्तों में आई मजबूती
बता दें कि फरवरी 2022 में यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद रूस और ईरान के रिश्तों में काफी मजबूती आई थी. इस दौरान यूक्रेन और पश्चिमी देशों ने ईरान पर रूस को यूक्रेन के खिलाफ इस्तेमाल के लिए सैकड़ों ड्रोन उपलब्ध करने का आरोप लगाया है. हालांकि, दोनों देशों ने इन आरोपों को खारिज किया है.
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