World Monuments Fund: इतिहास में पहली बार विश्व धरोहर निधि (WMF) की ओर से पृथ्वी के बाहर एक स्थल को “संवेदनशील” घोषित किया गया है. नए अंतरिक्ष युग में चंद्रमा की बढ़ती गति को देखकर WMF के अध्यक्ष और सीईओ बेनेडिक्ट डी मोंटलाउर ने कहा कि चंद्रमा पर मौजूद ऐतिहासिक स्थलों को संरक्षित करना अब और भी जरूरी हो गया है क्योंकि इन स्थलों का संरक्षण खतरे में है.
बता दें कि ये प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय संस्था हर दो साल पर 25 ऐसे धरोहर स्थलों को उजागर करती है जो संकट में हैं. ऐसे में इस बार कि लिस्ट में चंद्रमा को शामिल किया गया है. बेनेडिक्ट डी मोंटलाउर का कहना है कि चंद्रमा को इस लिस्ट में शामिल करने का उद्देश्य मानवता के पृथ्वी से बाहर के पहले कदमों का दस्तावेजीकरण करना है जो हमारे साझा इतिहास का एक अहम पल है.
चंद्रमा पर 90 से ज्यादा ऐतिहासिक स्थल
जानकारों के मुताबिक, चंद्रमा पर 90 से ज्यादा ऐतिहासिक स्थल हैं जो मानवता की अंतरिक्ष में उपस्थिति से जुड़े हुए हैं, इसमें से एक महत्वपूर्ण स्थल ट्रैंक्विलिटी बेस भी है, जो चंद्रमा पर मानवता के पहले कदमों का गवाह है. दरअसल यहां नील आर्मस्ट्रांग के चंद्रमा पर पहले कदम की पहचान के निशान और अपोलो 11 मिशन से जुड़े 100 से ज्यादा वस्तुएं संरक्षित हैं.
WMF की लिस्ट में शामिल है ये स्थल
चंद्रमा के अलावा, WMF ने अपनी लिस्ट में कई ऐसे स्थलों का जिक्र किया है, प्राकृतिक आपदाओं, जलवायु परिवर्तन और युद्ध से प्रभावित हो रहे है, इन स्थलों में गाजा का ऐतिहासिक शहरी ढांचा और कीव का टीचर्स हाउस शामिल हैं जो रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं.
सक्रिय और सहयोगात्मक रणनीतियों की जरूरत
बेनेडिक्ट डी मोंटलाउर का कहना है कि चंद्रमा पर वस्तुएं बढ़ते खतरे का सामना कर रही हैं क्योंकि वहां हो रही गतिविधियों में संरक्षण के लिए पर्याप्त उपायों का पालन नहीं किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि चंद्रमा पर इन ऐतिहासिक वस्तुओं की सुरक्षा के लिए सक्रिय और सहयोगात्मक रणनीतियों की जरूरत है, जिससे इनका संरक्षण किया जा सकें.
120 मिलियन डॉलर से अधिक का योगदान
बता दें कि विश्व धरोहर निधि ने साल 1996 से अब तक लगभग 350 Watch स्थलों पर 120 मिलियन डॉलर से अधिक का योगदान किया है, इसके अलावा, लिस्ट से स्थलों को मिलने वाली सार्वजनिकता के कारण 300 मिलियन डॉलर से ज्यादा की धनराशि हासिल हुई है जिससे इन जगहों के संरक्षण में मदद मिली है.
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