US President Donald Trump: 20 जनवरी को डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ ली. इस दौरान उन्होंने कहा कि अमेरिका का ‘स्वर्ण युग’ अभी से शुरू होता है. राष्ट्रपति बनते ही ट्रंप एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं. वो एक के बाद एक कई बड़े फैसले ले रहे हैं. इस बीच उनके एक फैसले ने दुनियाभर को हैरान कर दिया है. ट्रंप ने अमेरिका को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से बाहर निकालने के आदेश पर हस्ताक्षर कर दिया है.
क्यों अमेरिका को WHO से किया बाहर
शपथ लेने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका विश्व स्वास्थ्य संगठन से बाहर निकल जाएगा. इसके फैसले के पीछे का कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि वैश्विक स्वास्थ्य एजेंसी ने कोरोना महामारी और अन्य अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य संकटों को ठीक से संभालने में सफल नहीं हो पाया है. ट्रंप ने आगे कहा कि WHO ने स्वतंत्र रूप से कार्य नहीं किया है और वो अमेरिका से अनुचित रूप से भारी भुगतान की मांग कर रहा है. वहीं, चीन से कम राशि की मांग कर रहा है.
WHO से अमेरिका को अलग करने के कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, “जब मैं यहां था तब हमने विश्व स्वास्थ्य संगठन को 500 मिलियन डॉलर का भुगतान किया था और मैंने इसे समाप्त कर दिया. 1.4 अरब की आबादी वाला चीन सिर्फ 39 मिलियन डॉलर का भुगतान कर रहा था. हम 500 मिलियन का भुगतान कर रहे थे. यह मुझे थोड़ा अनुचित लगा.”
बता दें कि अमेरिका विश्व स्वास्थ्य संगठन को फंड देने वाले सबसे प्रमुख देशों में से एक है. ऐसे में अमेरिका के WHO से बाहर निकलने से इस संगठन की फंडिंग में बड़ी कमी आ सकती है.
टिकटॉक को लेकर उठाया ये कदम
वहीं, सोमवार को डोनाल्ड ट्रंप ने टिकटॉक के संचालन को 75 दिन बढ़ाने संबंधी एक शासकीय आदेश पर हस्ताक्षर किए. बता दें कि अमेरिका में टिकटॉक के 17 करोड़ यूजर्स हैं. डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से हस्ताक्षरित शासकीय आदेश में कहा गया, “मैं अटॉर्नी जनरल को निर्देश दे रहा हूं कि आज से 75 दिन की अवधि के लिए टिकटॉक पर प्रतिबंध को लागू करने के लिए कोई कदम न उठाए जाएं ताकि मेरे प्रशासन को उचित प्रस्ताव तैयार करने का अवसर मिले जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा हो साथ ही ऐसे मंच का संचालन अचानक बंद होने से रोका जा सके जिसका इस्तेमाल लाखों अमेरिकी करते हैं.”