Republic Day 2025: इस साल गणतंत्र दिवस मनाने की क्या है थीम, कौन होगा मुख्य अतिथि, जानें सबकुछ

Aarti Kushwaha
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Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Republic Day 2025: भारत में हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है. इस दिन देश का लोकतंत्र बना था और संविधान लागू किया गया था. वहीं, इस साल भारत 76वां गणतंत्र दिवस मनाएगा, जिसके लिए देशभर में जोरों शोरो से की जा रही है. ऐसे में चलिए जानते है कि इस भव्‍य समारोह में इस क्‍या खास होने वाला है और इसकी थीम क्‍या है…

गणतंत्र दिवस 2025 की थीम

इस साल यानी 2025 में गणतंत्र दिवस की थीम ‘स्वर्णिम भारत-विरासत और विकास’ है, जो भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और इसकी प्रगति की निरंतर यात्रा को दर्शाता है.

गणतंत्र दिवस 2025 के मुख्य अतिथि

बता दें कि इस दिन दिल्‍ली में परेड का आयोजन किया जाता है, जहां देश की तीनों सेनाएं करतब दिखाती. इस दौरान भारत के प्रधानमंत्री और राष्‍ट्रपति समेत तमाम नेता मौजूद रहते है. वहीं, इस बार कि परेड में मुख्‍य अतिथि के रूप में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबिआंतो शामिल होंगे, जो भारत और इंडोनेशिया के बीच राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा.

जानें गणतंत्र दिवस का इतिहास

दरअसल, भारत 15 अगस्त, 1947 को स्वतंत्रता हुआ था. इस दौरान देश का अपना कोई संविधान नहीं था. जिसके बाद डॉ. बीआर अंबेडकर के नेतृत्व वाली संविधान सभा द्वारा संविधान का मसौदा तैयार किया गया था. इस समिति ने  4 नवंबर, 1948 को संविधान सभा में संविधान का अंतिम मसौदा पेश किया था. जिसके बाद 26 जनवरी 1950 को संविधान को आत्मसात किया गया था, और भारत देश एक लोकतांत्रिक, संप्रभु तथा गणतंत्र देश घोषित किया गया था.

डॉ. राजेंद्र प्रसाद को दी गई 21 तोपो की सलामी

खास बात ये है कि 26 जनवरी 1950 को देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने 21 तोपों की सलामी दी गई. इसके साथ ही ध्वजारोहण कर भारत को पूर्ण गणतंत्र घोषित किया था. यह समय देश के सबसे ऐतिहासिक पलों में से एक है.

 गणतंत्र दिवस का महत्व

गणतंत्र दिवस के महत्व की बात करें, तो इका महत्‍व बहुआयामी है. सबसे पहले यह दिन संवैधानिक मूल्यों के प्रति प्रतिबद्धता को उजागर करता है. इसके साथ ही यह न्‍याय, स्‍वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के लोकतांत्रिक आदर्शों के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है. इसके अलावा, भारत की सांस्कृतिक विरासत का उत्सव भी है. गणतंत्री दिवस समारोह के दौरान प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रम और झांकियां भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विविधता को प्रदर्शित करती हैं.

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