76th Republic Day: 76वें गणतंत्र दिवस के मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) ने कर्तव्य पथ पर तिरंगा फहराया. ध्वजारोहण के बाद राष्ट्रगान गाया गया. इस दौरान राष्ट्रीय ध्वज को 21 तोपों की सलामी दी गई. इस मौके पर राष्ट्रपति मुर्मू के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ सहित समारोह में मौजूद सभी गणमान्य लोगों ने झंडे को सलामी दी.
#WATCH राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 76वें #RepublicDay के अवसर पर कर्तव्य पथ पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया।
इसके बाद राष्ट्रगान और 21 तोपों की सलामी दी गई।
(सोर्स: DD न्यूज़) pic.twitter.com/ssc4QClNtM
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 26, 2025
परेड में 300 कलाकारों का जलवा
परेड से पहले राष्ट्रगान के बीच राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया, जिसके बाद स्वदेशी 105-एमएम लाइट फील्ड गन का उपयोग करके 21 तोपों की सलामी दी गई. इस वर्ष के गणतंत्र दिवस समारोह में संविधान के लागू होने के 75 वर्ष पूरे होने पर ध्यान केंद्रित किया गया और “जन भागीदारी” पर जोर दिया गया. परेड की शुरुआत 300 सांस्कृतिक कलाकारों द्वारा शहनाई, नादस्वरम, मशक बीन, बांसुरी, शंख, तुतारी और ढोल जैसे देश भर के पारंपरिक संगीत वाद्ययंत्रों का मिश्रण बजाते हुए “सारे जहां से अच्छा” बजाने से हुई. साथ ही 129 हेलीकॉप्टर यूनिट के एमआई-17 1वी हेलीकॉप्टर कार्यक्रम के समापन पर ध्वज फॉर्मेशन में फूलों की पंखुड़ियों की एक लुभावनी वर्षा की. राष्ट्रीय ध्वज के प्रतीक इस स्वरूप का नेतृत्व ग्रुप कैप्टन आलोक अहलावत किया.
परमवीर चक्र विजेता ने दी सलामी
दिल्ली क्षेत्र के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल भवनीश कुमार की कमान में परेड की शुरुआत राष्ट्रपति द्वारा सलामी लेने के साथ हुई. मेजर जनरल सुमित मेहता परेड के सेकेंड-इन-कमांड के रूप में काम किया. वीरता पुरस्कार विजेता परेड का नेतृत्व कर रहे हैं, जिसमें परमवीर चक्र विजेता सूबेदार मेजर (मानद कैप्टन) योगेंद्र सिंह यादव (सेवानिवृत्त) और सूबेदार मेजर संजय कुमार (सेवानिवृत्त) और अशोक चक्र विजेता लेफ्टिनेंट कर्नल जस राम सिंह (सेवानिवृत्त) शामिल हैं. परमवीर चक्र दुश्मन के सामने सर्वोच्च बहादुरी के कार्यों का सम्मान करता है, जबकि अशोक चक्र सीधे युद्ध से जुड़े बिना समान वीरता को मान्यता देता है.