1994 से बेलारूस का नेतृत्व कर रहे राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने 7वीं बार देश का प्रेसिडेंशियल इलेक्शन जीत लिया. केंद्रीय चुनाव आयोग की तरफ से सोमवार को जारी चुनाव के प्रारंभिक परिणामों में यह नतीजा सामने आया. केंद्रीय चुनाव आयोग के शुरुआती आंकड़ों के अनुसार, लुकाशेंको को 86.82 फीसदी वोट मिले. सर्गेई सिरानकोव को 3.21 फीसदी, ओलेग गेदुकेविच को 2.02 %, अन्ना कनोपात्स्काया को 1.86 प्रतिशत और अलेक्जेंडर खिज्न्या को 1.74 प्रतिशत वोट मिले.
21- 25 जनवरी तक चला मतदान
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, बेलारूसी युवा संगठनों की समिति की तरफ से किए गए एक एग्जिट पोल में भी लुकाशेंको को 87.6% वोट के साथ आगे दिखाया गया था. बेलारूस में राष्ट्रपति चुनाव रविवार को हुआ, मतदान केंद्र सुबह 8:00 बजे खुलेंगे और शाम 8 बजे तक हुआ. देश के केंद्रीय चुनाव आयोग के अनुसार, 69 लाख मतदाताओं ने देश भर में 5,325 मतदान केंद्रों पर अपने वोट डाले. देश के राष्ट्रपति चुनाव के लिए शुरुआती मतदान 21 से 25 जनवरी तक हुआ.
केंद्रीय चुनाव आयोग ने शनिवार को कहा कि पांच दिवसीय शुरुआती मतदान सत्र के दौरान 41.81 फीसदी पात्र मतदाताओं ने अपने वोट डाले. यह सत्र चुनाव के दिन वोट डालने में असमर्थ लोगों के लिए आयोजित किया जाता है. इससे पहले, केंद्रीय चुनाव आयोग ने देश में राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान केंद्रों के गठन की पुष्टि की थी. राष्ट्रपति का चुनाव पांच साल के कार्यकाल के लिए होता है.
संविधान में 2022 के संशोधनों के तहत फिर से लागू की गई दो-कार्यकाल की सीमा चुनाव के बाद लागू की जाएगी. कानून के अनुसार, बेलारूस के राष्ट्रपति का चुनाव प्रत्यक्ष चुनावों के जरिए होता है. 50 फीसदी से अधिक वोट जीतने वाले उम्मीदवार को विजेता घोषित किया जाता है.
अगर कोई भी उम्मीदवार बहुमत हासिल नहीं करता है, तो दो प्रमुख उम्मीदवार दूसरे दौर में प्रवेश करते हैं, जिसमें साधारण बहुमत प्राप्त करने वाला उम्मीदवार जीत जाता है. राष्ट्रपति चुनाव हर पांच साल में होते हैं. 9 अगस्त, 2020 को हुए पिछले चुनाव में लुकाशेंको 80.1 प्रतिशत वोट के साथ छठी बार राष्ट्रपति चुने गए थे.