नाइजीरिया के पूर्वोत्तर राज्य बोर्नो के एक दूरदराज के कस्बे में संदिग्ध आतंकवादियों ने करीब 22 नाइजीरियाई सैनिकों की हत्या कर दी. वहीं, कई अन्य सैनिक घायल हैं. सोमवार को सेना के प्रवक्ता एडवर्ड बुबा ने अबुजा में समाचार एजेंसी सिन्हुआ से एक बयान में हताहतों की संख्या की पुष्टि की. हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि हमला कहां और कब हुआ.
घात लगाकर किया गया हमला
प्रवक्ता ने बताया कि संदिग्ध आतंकवादियों ने घात लगाकर हमला करने की योजना बनाई थी. सैनिकों पर हाल ही में हुए हमले से पहले बोर्नो में सैन्य ठिकानों पर कई आतंकवादी हमले विफल हो गए थे, जिनमें से कुछ हमलों में सेना ने आतंकवादियों द्वारा इस्तेमाल किए गए ड्रोनों को मार गिराया था. उन्होंने कहा कि सेना ने इससे पहले कम से कम 70 संदिग्ध आतंकवादियों को मार गिराया था, जिनमें एक ब्रिगेड कमांडर और पूर्वोत्तर क्षेत्र में एक सशस्त्र समूह के विशेष बल कमांडर भी शामिल थे.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, रविवार को स्थानीय मीडिया ने बताया था कि बोर्नो में सेना के बेस पर हुए हमले में मारे गए लोगों में एक अन्य उच्च पदस्थ कमांडर भी शामिल था. नाइजीरिया के उत्तरी और मध्य क्षेत्रों में सशस्त्र हमले एक प्रमुख सुरक्षा खतरा रहे हैं, जिसके कारण हाल के महीनों में मौतें और अपहरण की घटनाएं हुई हैं.
केन्या के राष्ट्रपति विलियम रूटो ने सोमवार को कहा कि संघर्ष के कारण अफ्रीका अपनी क्षमता खो रहा है, जिससे महाद्वीप को प्रतिवर्ष अनुमानतः 18 बिलियन अमेरिकी डॉलर का नुकसान हो रहा है और लाखों लोग विस्थापित हो रहे हैं. राष्ट्रपति ने कहा कि अफ्रीका में वर्तमान में 3.5 करोड़ आंतरिक रूप से विस्थापित व्यक्ति, 89 लाख शरणार्थी, 11 लाख शरण चाहने वाले और 10 लाख राज्य विहीन व्यक्ति हैं.
–आईएएनएस