सीरिया के तहखानों से 26 से ज्यादा शव बरामद, असद सरकार के अत्याचारों के शिकार हुए लोग!

Raginee Rai
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Syria: मिडिल ईस्‍ट देश सीरिया में असद परिवार की सत्‍ता का अंत हो चुका है. अब असद परिवार की तानाशाही के दौरान किए गए कुकर्म सामने आ रहे हैं. मंगलवार को दमिश्‍क के दो ग्रामीण क्षेत्रों में सामूहिक कब्रों का बड़ा जखीरा खोजा गया है. नागरिक सुरक्षा कार्यकर्ताओं ने इन तहखानों से 26 से अधिक लोगों के जले हुए शव बरामद किए है.  इस वाकया से लोगों के बीच हड़कंप मच गया.

कहा जा रहा है कि ये शव पूर्व राष्ट्रपति बशर अल-असद की सरकार के कथित अत्याचारों के पीड़ित लोगों के हो सकते है. माना जा रहा है कि शवों में पुरुष, महिलाएं और बच्‍चे शामिल हैं. उन पर गोली लगने और जलने के निशान हैं.

व्हाइट हेलमेट्स के बचावकर्मियों ने निकाला शव

इन सामूहिक कब्रों का मिलना असद सरकार के पतन के बाद से उजागर हो रही सामूहिक कब्रों की बढ़ती संख्या में इजाफा है. सीरिया के स्वयंसेवी नागरिक सुरक्षा समूह व्हाइट हेलमेट्स के सदस्य ने सबनेह कस्बे में दो संपत्तियों के तहखानों से इन टूटे-फूटे, जले कंकालों को बाहर निकाला. सुरक्षा सूट पहने इन कार्यकर्ताओं ने हर शव को चिह्नित किया. कोडिंग के बाद इन शवों को बैग में डालकर फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया.

नवंबर से अब तक मिले 780 से ज्यादा शव

व्हाइट हेलमेट्स के सदस्‍य अबेद अल-रहमान मव्वास ने न्‍यूज एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस (एपी) को बताया कि 28 नवंबर के बाद से संगठन ने 780 से अधिक शवों को निकाला है. इनमें से ज्यादातर की पहचान नहीं हुई है. कुछ शव उथली कब्रों में थे, जिन्हें स्थानीय लोगों ने या जानवरों ने खोदकर निकाला. शवों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है ताकि उनकी पहचान, मृत्यु का समय और वजह पता किया जा सके. जिसके बाद शवों को उनके परिवारों को सौंपा जाए.

असद सरकार का कारनामा

स्थानीय निवासियों ने बताया कि हम जानते थे कि यह सरकार का ही किया धरा था, इसलिए कुछ नहीं कह सके. बशर अल असद और उनके पिता हाफिज पर देश की कुख्‍यात जेलों में लोगों को बिना अपराध के मौत के घाट उतार देने और यातनाएं और हवाई हमले के आरोप हैं. साल 2000 में हाफिज के मौत के बाद देश की कमान असद के हाथ में थी. एक अन्य तहखाने से शव निकालने वाले अम्मार अल-सलमो ने बताया कि शवों की पहचान के लिए विस्तृत जांच की आवश्‍यकता होगी.

UN ने दी रिपोर्ट

संयुक्त राष्ट्र (UN) सीरिया जांच आयोग की ओर से सोमवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया कि सामूहिक कब्रों के फॉरेंसिक विश्लेषण से लापता हुए लोगों की सच्चाई सामने आ सकती है. रिपोर्ट में 2 हजार से अधिक गवाहों और 550 से अधिक यातना पीड़ितों की गवाही के आधार पर बताया गया कि कैसे असद शासन के दौरान जेलों में कैदियों को बिजली के झटके, नाखून उखाड़ने, जलाने, यौन हिंसा, बलात्कार, मानसिक और शारीरिक यातनाओं से मारा जाता था. असद सरकार के 8 दिसंबर को पतन के बाद, सैकड़ों परिवार अपने प्रियजनों को ढूंढने के लिए जेलों और मुर्दाघरों में भटक रहे हैं. हालांकि, कई लोग सालों बाद रिहा हुए, लेकिन हजारों लोग अब भी लापता हैं.

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