GDP Growth Rate: भारतीय कॉरपोरेट कंपनियां अर्थव्यवस्था की विकास दर को लेकर आशावादी हैं और सरकार से उम्मीद कर रही हैं कि आम बजट 2025-26 में पूंजीगत व्यय को प्राथमिकता दी जाएगी. फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा जारी सर्वे में यह जानकारी सामने आई है. फिक्की के प्री-बजट सर्वे के अनुसार, केंद्रीय बजट से पहले 64% कंपनियां भारत की जीडीपी वृद्धि दर को लेकर आशावादी हैं. सर्वे में भाग लेने वाली 60% कंपनियों का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2025-26 में जीडीपी ग्रोथ 6.5 से 6.9 प्रतिशत के बीच रह सकती है.
पूंजीगत व्यय में 15 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद
सर्वे में 68% कंपनियों ने विकास दर को बनाए रखने के लिए कैपेक्स को आवश्यक बताया. इंडस्ट्री के सदस्यों को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2025-26 के लिए पूंजीगत व्यय आवंटन में कम से कम 15% की वृद्धि होगी.
सुधारों पर अधिक दिया जाना चाहिए जोर
सर्वे में भाग लेने वाली आधे से अधिक कंपनियों का मानना है कि इज ऑफ डूइंग बिजनेस को बढ़ाने के लिए सुधारों पर अधिक जोर दिया जाना चाहिए. इसमें भूमि अधिग्रहण, श्रम कानून, बिजली आपूर्ति जैसे क्षेत्रों में सुधारों की जरूरत बताई गई है. सर्वे में शामिल 47% प्रतिभागियों का मानना है कि सरकार वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 4.9% के राजकोषीय घाटे के लक्ष्य को पूरा कर लेगी. वहीं, 24% प्रतिभागियों ने कहा कि सरकार लक्ष्य से बेहतर प्रदर्शन कर सकती है और चालू वर्ष के लिए कम राजकोषीय घाटा रिपोर्ट कर सकती है.
Direct Tax Structure की समीक्षा करने की मांग
इंडस्ट्री की ओर से डायरेक्ट टैक्स स्ट्रक्चर की समीक्षा करने की मांग की गई है. अगर इनकम टैक्स स्लैब में बदलाव किया जाता है, तो लोगों के पास अधिक पैसा बचेगा, जिससे खपत में वृद्धि होगी और बाजार को मजबूती मिलेगी.
150 से अधिक कंपनियों की प्रतिक्रियाएं शामिल
फिक्की का प्री-बजट 2025-26 सर्वे दिसंबर 2024 के अंत से लेकर जनवरी 2025 के मध्य तक किया गया था. इस सर्वे में विभिन्न सेक्टरों की 150 से अधिक कंपनियों की प्रतिक्रियाएं शामिल की गईं, जिससे भारतीय इंडस्ट्री की भावनाओं के बारे में व्यापक जानकारी मिली.