Maha Kumbh Stampede: महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दौरान हुए हादसे को लेकर जांच तेज कर दी गई है. महाकुंभ भगदड़ को लेकर साजिश की आशंका जताई जा रही है. सूत्रों के मुताबिक, साजिश के तहत भगदड़ मचाने की आंशका है. यूपी पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) की टीमें साजिश के एंगल से जांच करने में जुटी हुई है.
16 हजार मोबाइल नंबरों की जांच जारी
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, संगम नोज के आसपास सक्रिय मोबाइल नंबरों को खंगाला जा रहा है. 16000 से अधिक मोबाइल नंबरों के डेटा का विश्लेषण किया जा रहा है. अब तक की जांच में कई मोबाइल नंबर घटना के बाद से ही बंद आ रहे हैं. कंट्रोल रुम के सीसीटीवी से संदिग्धों को फेस रिकग्निशन ऐप के जरिए चिन्हित किया जा रहा.
हाई अलर्ट पर पुलिस और सुरक्षा एजेंसी
जांच एजेंसियों को महाकुंभ भगदड़ की घटना में साजिश की बू आ रही है. घटना के दिन जितने भी संदिग्ध दिख रहे हैं, हर किसी पर एसटीएफ की नजर है. फिलहाल कल यानी 3 फरवरी बसंत पंचमी के मौके पर अमृत स्नान है. ऐसे में पुलिस और सुरक्षा एजेंसी हाई अलर्ट पर है. बसंत पंचंमी की अमृत स्नान को लेकर सुरक्षा एजेंसियां और यूपी पुलिस अलर्ट पर है. उत्तर प्रदेश पुलिस के कई बड़े अधिकारियों ने महाकुंभ मेला क्षेत्र में डेरा डाल दिया है.
बता दें कि मौनी अमावस्या के अवसर पर महाकुंभ मेले में भगदड़ मच गई थी. ये भगदड़ तड़के करीब सुबह 2 बजे मची थी. प्रशासन ओर से बताया गया कि भगदड़ में 30 लोगों की मौत हुई थी, जबकि 60 लोग घायल थे.
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