China-taiwan Relations: ताइवान के मीडिया में मैनलैंड अफेयर्स काउंसिल (MAC) की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीन की सेना तेजी से आधुनिकीकरण कर रही है, लेकिन अभी भी वह ताइवान पर कब्जा करने की स्थिति में नहीं है. चीन की सेना पीएलए अभी भी संयुक्त युद्धक स्थिति में समन्वय की कमी से जूझ रही है.
पीएलए में संयुक्त संचालन की कमियां
MAC की रिपोर्ट में बताया गया कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सेना में कई बड़े सुधार किए हैं, जिससे पीएलए की संयुक्त युद्धक क्षमता में बड़े बदलाव हुए हैं. वहीं, साल 2024 के अमेरिका के रक्षा विभाग की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि जिनपिंग ने थल, वायु और जल सेना के साथ ही पीएलए की परमाणु, अंतरिक्ष, इलेक्ट्रोनिक, साइबर युद्ध जैसे डोमेन में पीएलए की क्षमताओं में उल्लेखनीय वृद्धि की है, लेकिन अभी भी उनके कमान और नियंत्रण, लंबी दूरी की रसद आपूर्ति, शहरी युद्ध और संयुक्त संचालन में अभी भी कुछ कमियां हैं.
ताइवान पर हमले को लेकर चीन कर रहा युद्धभ्यास
अमेरिकी रक्षा विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के पास सबसे बड़ा नौसैनिक बेड़ा है, जिसमें 370 जहाज और पनडुब्बियां, 1300 चौथी पीढ़ी के लड़ाकू विमान हैं. साथ ही ये भी कहा गया कि चीन ने एकीकृत नेटवर्क कमांड और कंट्रोल सिस्टम नहीं बनाया है, जो थल, वायु और जल सेना को खुफिया जानकारी साझा करने की सुविधा देता है. इतना ही नहीं, चीन, ताइवान पर हमले को लेकर लगातार युद्धभ्यास कर रहा है, लेकिन फिलहाल उसके ताइवान पर हमले की उम्मीद नहीं है.
ताइवान की सीमा में घुसे चीनी विमान-जहाज
वहीं, चीनी लड़ाकू विमानों और युद्धक जहाजों ने एक बार फिर ताइवान की सीमा का उल्लंघन किया है. ताइवान के रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, रविवार की सुबह ताइवान की सीमा के आसपास चीनी सेना के 14 लड़ाकू विमान और छह युद्धक जहाज देखे गए, जिसमें नौ विमान मध्य रेखा को पार कर ताइवान के वायु रक्षा क्षेत्र में प्रवेश कर गए. इसके साथ ही एक चीनी गुब्बारे का भी पता लगाया.
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