American Tariff: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लंबे समय से ब्रिक्स देशों पर भारी टैरिफ लगाने की बात कह रहे है. इसी बीच उन्होने सोमवार को स्टील और एल्युमीनियम आयात पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की. यूरोप और चीन की चेतावनियों के बावजूद ट्रंप के इस फैसले से लंबे समय से चले आ रहे व्यापार युद्ध (ट्रेड वार) को बढ़ावा मिल सकता है.
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने रविवार को लुइसियाना में सुपर बाउल के लिए उड़ान भरते समय एयर फोर्स वन में इस नीति का अनावरण किया था. वहीं, इस कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करने से पहले, वैश्विक शेयर बाजारों में तेजी देखने को मिली, क्योंकि “टैरिफ थकान” वाले व्यापारियों ने ट्रंप की योजनाओं को नजरअंदाज कर दिया.
स्टील और एल्युमीनियम पर अपने टैरिफ को बना रहा आसान:ट्रंप
वहीं, व्हाइट हाउस स्थित ओवल ऑफिस में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि आज मैं स्टील और एल्युमीनियम पर अपने टैरिफ को आसान बना रहा हूं. यह किसी भी अपवाद या छूट के बिना 25 प्रतिशत है. इसके साथ ही उन्होंन ये संदेश भी दिया कि वो ऑटोमोबाइल, फार्मास्यूटिकल्स और कंप्यूटर चिप्स पर अतिरिक्त टैरिफ लगाने पर विचार करेंगे.
अमेरिका के सबसे बड़े स्टील आयातक
अमेरिकी व्यापार डेटा के मुताबिक, अमेरिका के सबसे बड़े स्टील आयातक कनाडा और मैक्सिको पर ट्रंप पहले ही टैरिफ लगाने की धमकी दे चुके हैं. हालांकि ब्राजील और दक्षिण कोरिया भी अमेरीका के लिए प्रमुख स्टील सप्लायर हैं.
इसी बीच नेशनल इकोनॉमिक काउंसिल के निदेशक केविन हैसेट ने बताया कि राष्ट्रपति ट्रंप ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अमेरिका के पहले स्वर्ण युग का स्टील उत्पादन एक महत्वपूर्ण हिस्सा है.
ऑस्ट्रेलिया को टैरिफ मुक्त कर सकता है अमेरिका
खास बात ये है कि एक ओर जहां ट्रंप कई देशों पर टैरिफ लगाने की बात कह रहे है, वहीं, दूसरी ओर वो ऑस्ट्रेलिया को टैरिफ मुक्त करने पर विचार कर रहे है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज द्वारा की गई टिप्पणियों की पुष्टि करते हुए कि हमारे पास ऑस्ट्रेलिया के लिए (व्यापार) सरप्लस है और इसका कारण यह है कि वे बहुत सारे हवाई जहाज खरीदते हैं. या तो वे बहुत दूर हैं या उन्हें बहुत सारे हवाई जहाज चाहिए.
ट्रंप के फैसले पर तमाम देशों ने दी प्रतिक्रिया
हालांकि राष्ट्रपति ट्रंप के इस फैसले पर कनाडाई स्टील निर्माताओं ने उत्पादन में बड़े पैमाने पर अड़चनों की चेतावनी दे दी है. यूरोपीय आयोग का कहना है कि वह “यूरोपीय व्यवसायों, श्रमिकों और उपभोक्ताओं के हितों को इससे बचाने के लिए उपाय करेगा.”
इसी बीच फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका को अपने प्रयासों को चीन पर केंद्रित करना चाहिए. जबकि जर्मन अर्थव्यवस्था मंत्री रॉबर्ट हेबेक ने कहा कि टैरिफ की लड़ाई में “केवल हारे हुए लोग ही हिस्सा लेते हैं.” इसके अलावा, ब्रिटेन के स्टील उद्योग निकाय ने टैरिफ के फैसले को विनाशकारी झटका बताया है.