कल्किधाम के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम भारत एक्सप्रेस के मेगा कॉन्क्लेव में पहुंचे, जहां उन्होंने सनातन धर्म, भगवान कल्कि के अवतार, राजनीति और देश की वर्तमान स्थिति पर खुलकर अपने विचार रखे.
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि सनातन धर्म कोई साधारण मत या संप्रदाय नहीं, बल्कि यह शाश्वत सत्य है. उन्होंने स्पष्ट किया कि “सनातन कभी मिटा है, न कभी मिटेगा”, जबकि इसके अलावा जितने भी धर्म हैं, वे सभी मानव निर्मित हैं.
उन्होंने श्रीमद्भागवत पुराण के 12वें स्कंध का श्लोक (“सम्भल ग्राम मुख्यस्य ब्राह्मणस्य महात्मनः भवने विष्णुयशसः कल्कि प्रादुर्भाविष्यति”) उद्धृत करते हुए बताया कि भगवान विष्णु का अंतिम और दसवां अवतार भगवान कल्कि उत्तर प्रदेश के संभल में जन्म लेंगे. इस श्लोक के अनुसार, कलियुग के अंत में भगवान कल्कि का अवतार विष्णुयश नामक ब्राह्मण के घर में होगा.
कल्किधाम- अवतार से पहले बना पहला धाम
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि “कल्किधाम पहला ऐसा धाम है, जो अवतार से पहले बना है.” यह धर्म और अध्यात्म का केंद्र बनेगा और आने वाले समय में भगवान कल्कि की पूजा का प्रमुख स्थल होगा.
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पुराणों में जिस स्थान का नाम “शंभल” लिखा गया है, वही आज का संभल है. उन्होंने कहा कि अलग-अलग नाम होने से परमात्मा की महिमा पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता.
राजनीति पर बेबाक बयान
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने अपनी राजनीतिक यात्रा के बारे में बताया कि वह 16-17 साल की उम्र में राजनीति में आ गए थे. उनकी राजीव गांधी से मुलाकात राजेश पायलट ने करवाई थी.
उन्होंने कांग्रेस पर बड़ा हमला करते हुए कहा कि “जो कांग्रेस इंदिरा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और महात्मा गांधी की कांग्रेस थी, वह अब जिन्ना की कांग्रेस बन गई है.”
उन्होंने राहुल गांधी पर तीखा कटाक्ष करते हुए कहा, “राहुल गांधी किसी ऐसी बीमारी से ग्रसित हैं, जिसका इलाज अब संभव नहीं है.”
राहुल गांधी से फिर जुड़ने पर क्या कहा?
जब आचार्य प्रमोद कृष्णम से पूछा गया कि अगर राहुल गांधी आपसे क्षमा मांगें और उन्हें अपनी गलती का एहसास हो जाए, तो क्या आप कांग्रेस में वापस जाएंगे? इस पर उन्होंने शायराना अंदाज में जवाब दिया…
“एक ऐसी आरजू में जो कहीं सुनी न जाए,
वहां उम्र काट आए जहां सांस ली न जाए”
नरेंद्र मोदी की तारीफ, पीएम से मुलाकात को बताया कठिन समय
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों की तारीफ की और कहा कि अगर देश में कल्कि धाम का शिलान्यास किसी नेता से करवाना है, तो वह सिर्फ पीएम मोदी ही हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि “जब मैं पीएम मोदी से मिलने गया, तो यह मेरे लिए सबसे कठिन समय था, क्योंकि मैं उनकी विरोधी पार्टी में था.” आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि अगर नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं होते, तो अनुच्छेद 370 नहीं हटता. उन्होंने मोदी सरकार के अन्य फैसलों की भी प्रशंसा की.
अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी पर निशाना
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी निशाना साधते हुए कहा कि “देश की जनता ने उन्हें एक नई राजनीति के रूप में देखा था, लेकिन जिन नेताओं को वह भ्रष्ट और चोर कहते थे, उन्हीं के साथ मिलकर चुनाव लड़े.”