प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान वहां की जनता से यमुना नदी की सफाई का वादा किया था. बीजेपी की जीत के बाद सरकार गठन से पहले ही इस पर काम शुरू हो चुका है. राजधानी दिल्ली में रविवार को यमुना नदी की सफाई के लिए ट्रैश स्कीमर, वीड हार्वेस्टर और ड्रेज यूटिलिटी क्राफ्ट जैसी आधुनिक मशीनों का इस्तेमाल किया गया.
दिल्ली के उप-राज्यपाल वी के सक्सेना ने शनिवार (15 फरवरी) को मुख्य सचिव और अतिरिक्त मुख्य सचिव (सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण) से मुलाकात की और उन्हें तुरंत काम शुरू करने को कहा. यमुना नदी की सफाई से जुड़े वीडियो जारी करते हुए एलजी कार्यालय ने बताया कि यमुना नदी की सफाई का काम शुरू हो चुका है. कचरा उठाने, खरपतवार निकालने और अन्य गंदगी को हटाने के लिए स्किमर और ड्रेज यूटिलिटी क्राफ्ट जैसी मशीनों के जरिये यमुना की सफाई की जा रही है.
सफाई के लिए चार सूत्री रणनीति बनाई गई
यमुना नदी की सफाई के लिए चार सूत्री ररणनीति बनाई गई है. सबसे पहले यमुना के पानी में जमा कचरा, कूड़ा और गाद को हटाया जाएगा. वहीं, नजफगढ़ नाला, सप्लीमेंट्री नाला और अन्य सभी प्रमुख नालों की सफाई का काम भी शुरू हो जाएगा. तीसरी रणनीति में मौजूद सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स की क्षमता और उत्पादन पर रोजाना निगरानी रखी जाएगी. वहीं, चौथी रणनीति के तहत नई STP और DSTP के निर्माण के लिए एक समयबद्ध योजना तैयार की गई है, ताकि लगभग 400 एमजीडी गंदे पानी की वास्तविक कमी को पूरा किया जा सके.
इस महत्वाकांक्षी योजना के क्रियान्वयन के लिए विभिन्न एजेंसियों और विभागों के बीच निर्बाध समन्वय की आवश्यकता होगी, जिसमें दिल्ली जल बोर्ड, सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण, दिल्ली नगर निगम, पर्यावरण विभाग, पीडब्ल्यूडी और डीडीए शामिल हैं. इन कामों की साप्ताहिक आधार पर उच्च स्तर पर निगरानी की जाएगी.
–आईएएनएस