भारतीय पर्सनल कंप्यूटर (PC) मार्केट में 2024 में स्थिर वृद्धि दर्ज की गई, जिसमें कुल शिपमेंट सालाना आधार पर 3.8% बढ़कर 14.4 मिलियन यूनिट हो गई. आईडीसी की एक लेटेस्ट रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई. डेस्कटॉप, नोटबुक और वर्कस्टेशन मार्केट में कंज्यूमर और कमर्शियल सेगमेंट में मांग में वृद्धि की वजह से मजबूत सुधार देखा गया. इंटरनेशनल डेटा कॉरपोरेशन की लेटेस्ट रिपोर्ट के मुताबिक, अलग-अलग कैटेगरी में सबसे ज्यादा वृद्धि नोटबुक को लेकर दर्ज हुई, जिसमें सालाना आधार पर 4.5% की वृद्धि हुई. नोटबुक के बाद डेस्कटॉप में 1.8% की वृद्धि दर्ज की गई.
वहीं वर्कस्टेशन ने 10.9% की उच्चतम वृद्धि दर्ज की, जो बिजनेस और प्रोफेशनल की ओर से मजबूत मांग को दर्शाता है. 2024 की अंतिम तिमाही विशेष रूप से मजबूत रही, जिसमें कुल पीसी बाजार में 6.9% की वृद्धि हुई. नोटबुक सेगमेंट में 9.6% की सबसे ज्यादा वृद्धि हुई, जबकि 1,000 डॉलर से ज्यादा कीमत वाली प्रीमियम नोटबुक में 13.8% की शानदार वृद्धि देखी गई. कंज्यूमर सेगमेंट में 2024 में 2.6% की मामूली वृद्धि और चौथी तिमाही में 2.2% की वृद्धि देखी गई.
आईडीसी इंडिया और साउथ एशिया के रिसर्च मैनेजर भरत शेनॉय ने कहा, “कंज्यूमर पीसी मार्केट गेमिंग और एआई-पावर्ड पीसी की वजह से विकास पथ पर है.” उन्होंने कहा कि गेमिंग नोटबुक की मांग मजबूत रही है, जिसमें वित्त वर्ष 2024 में दोहरे अंकों की वृद्धि हुई है. शेनॉय ने बताया, “इसके अलावा, 2024 के मध्य से, एआई-पावर्ड नोटबुक की शिपमेंट में काफी वृद्धि हुई है, क्योंकि इंटेल कोर अल्ट्रा प्रोसेसर और एएमडी राइजन एआई प्रोसेसर द्वारा संचालित लोअर-एंड एआई पीसी की मांग में लगातार वृद्धि देखी गई है.”
ई-कॉमर्स सेक्टर में 21.7% उछाल
रिपोर्ट में कहा गया है कि इस वृद्धि में एक प्रमुख योगदानकर्ता ई-कॉमर्स सेक्टर था, जहां ऑनलाइन खुदरा विक्रेताओं (ईटेलर्स) के माध्यम से बिक्री पूरे वर्ष के लिए 21.7% और चौथी तिमाही में 29% बढ़ी. यह वृद्धि मुख्य रूप से प्रमुख बिक्री आयोजनों से पहले विक्रेता स्टॉकिंग की वजह से देखी गई, जिसमें वर्ष के अंत में प्रचार और जनवरी में गणतंत्र दिवस की बिक्री शामिल है. इस बीच, कमर्शियल सेगमेंट ने 2024 में 5.1% की मजबूत वृद्धि दर्ज की, जो वर्ष की अंतिम तिमाही में 11.1% की वृद्धि के साथ बढ़ गई. सरकारी ई-मार्केटप्लेस जैसे प्लेटफार्मों के माध्यम से सरकारी खरीद और बड़े उद्यमों की मांग ने उद्यम और सरकार दोनों सेक्टर में 10.6% की वार्षिक वृद्धि में योगदान दिया.