India Vs China Defense Budget: चीन ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए भारी भरकम रक्षा बजट का ऐलान किया है. चीन के इस बजट से उसके खतरनाक इरादों को समझा जा सकता है. दरअसल इस समय चीन अपनी सेना को दुनिया की सबसे ताकतवर सेना बनाने में जोरो शोरो से जुटा हुआ है. रक्षा के मामले में चीन अमेरिका को भी पीछे छोड़ने के लक्ष्य को लेकर चल रहा है. और यही वजह है कि वो हर साल अपने रक्षा बजट को बढ़ाता जा रहा है.
बता दें कि इस बार वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए चीन का कुल रक्षा बजट 249 अरब अमेरिकी डॉलर का है, जो पिछले साल के अपेक्षा करीब 7.2 प्रतिशत अधिक है. वहीं, भारत के रक्षा बजट से काफी अधिक है. चीन की ओर से यह घोषणा युद्धपोतों और नई पीढ़ी के लड़ाकू विमानों को तेजी से विकसित करने सहित सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण के अपने तीव्र प्रयासों के बीच की गई है.
चीन के पास दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा रक्षा बजट
दरअसल, चीनी मीडिया के मुताबिक, प्रधानमंत्री ली क्विंग द्वारा चीन की संसद में प्रस्तुत मसौदा बजट रिपोर्ट के अनुसार इस वर्ष देश का नियोजित रक्षा व्यय लगभग 249 अरब अमेरिकी डॉलर है, जो पिछले साल की अपेक्षा 7.2 प्रतिशत अधिक है. बता दें कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में चीन का रक्षा बजट 232 अरब अमेरिकी डॉलर था. इस समय अमेरिका के बाद चीन के पास दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा रक्षा बजट है.
भारत से 3 गुना ज्यादा चीन का रक्षा बजट
चीन का यह रक्षा बजट भारत के रक्षा बजट से करीब 3 गुना अधिक, जबकि अमेरिका के रक्षा बजट का करीब एक चौथाई है. दरअसल, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा प्रस्तावित देश का नवीनतम रक्षा बजट 890 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक है. ऐसे में चीन का रक्षा व्यय अमेरिका के रक्षा बजट का चार गुना कम है, जबकि भारत के 78.8 अरब अमेरिकी डॉलर से लगभग तीन गुना अधिक है.
सैन्य आधुनिकीरण के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ रहा चीन
चीन के इस रक्षा बजट के आंकड़ों को आलोचक काफी सतर्कता की दृष्टि से देख रहे है, क्योंकि चीनी सेना द्वारा बड़े पैमाने पर सैन्य आधुनिकीकरण किया जा रहा है, जिसमें विमानवाहक पोतों का निर्माण, उन्नत नौसैनिक जहाजों के निर्माण में तेजी और आधुनिक ‘स्टील्थ’ विमानों का निर्माण शामिल है. वहीं, चीन की संसद के वार्षिक सत्र की शुरुआत के दौरान ही रक्षा व्यय समेत वार्षिक बजट की घोषणा करते हुए प्रधानमंत्री क्विंग ने कहा कि पिछले वर्ष चीन ने राष्ट्रीय रक्षा और सैन्य आधुनिकीरण के क्षेत्र में अच्छी प्रगति की है.
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