Donald Trump: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को हमास को गाजा में मौजूद सभी बंधकों को रिहा करने की ‘‘अंतिम चेतावनी’’ दी. दरअसल, व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति ट्रंप ने 8 पूर्व बंधकों के साथ बैठक की. इसके बाद उन्होंने अपने सोशल मीडिया मंच ‘ट्रुथ’ पर एक पोस्ट में कहा कि वह ‘‘इजरायल को वह सब कुछ भेज रहे हैं जो उसे चाहिए.’’
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि ‘‘सभी बंधकों को अभी रिहा करो बाद में नहीं और जिन लोगों की तुमने हत्या की है उनके शवों को तुरंत सौंपो वरना अपना खेल खत्म समझो. केवल बीमार और विकृत लोग ही शव रखते हैं और तुम बीमार और विकृत हो!’’
अमेरिका-हमास के बीच प्रत्यक्ष तौर पर पहली बातचीत
हालांकि इससे पहले व्हाइट हाउस ने कहा था कि अमेरिकी अधिकारी हमास के अधिकारियों के साथ ‘‘लगातार वार्ता और विचार-विमर्श’’ कर रहे हैं. दरअसल, अमेरिका का यह कदम चरमपंथी संगठन के साथ सीधे तौर किसी तरह की बातचीत नहीं करने की उसकी दीर्घकालिक नीति से अलग है. बता दे कि व्हाइट हाउस से ये जानकारी मिलने के बाद ही ट्रंप ने हमास को लेकर यह तीखी टिप्पणी की है.
रिपोर्ट के मुताबिक, कतर की राजधानी दोहा में वार्ता की पुष्टि ऐसे वक्त पर हुई है, जब इजरायल-हमास संघर्षविराम अब भी अधर में लटका हुआ है. दरअसल, विदेश मंत्रालय ने 1997 में हमास को विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किया था और उसके बाद से यह अमेरिका और हमास के बीच प्रत्यक्ष तौर पर पहली बातचीत है.
कैरोलिन लेविट जानकारी देने से किया इंकार
वहीं, व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने वार्ता को लेकर विस्तार से जानकारी देने से इंकार कर दिया है, हालांकि उन्होंने इतना जरूर कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने दूतों को ‘‘किसी से भी बात करने’’ के लिए अधिकृत किया है. दरअसल, ट्रंप ने बुधवार को आठ पूर्व बंधकों – इयर हॉर्न, ओमर शेम टोव, एली शरॉबी, कीथ सीगल, अवीवा सीगल, नामा लेवी, डोरोन स्टीनब्रेचर और नोआ अरगामानी से व्हाइट हाउस में मुलाकात की थी.
उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रपति ने उनकी दिल दहला देने वाली कहानियों को ध्यान से सुना और बंधकों ने अगवा किए गए सभी लोगों को घर वापस लाने के राष्ट्रपति ट्रंप के दृढ़ प्रयासों के लिए उनका आभार व्यक्त किया.
इसे भी पढें:-विदेश मंत्री जयशंकर पर लंदन में हमले की कोशिश, खालिस्तान समर्थकों ने फाड़ा तिरंगा…