नए एजेंट की तलाश में मोसाद, इंटेलिजेंस एजेंसी ने चलाया भर्ती अभियान, भारतीयों के पास भी मौका!

Raginee Rai
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Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Mossad Recruitment: जब भी दुनिया की खुफिया एजेंसियों की बात की जाती है तो मोसाद का नाम सबसे पहले आता है. इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद को दुनिया की सबसे खतरनाक और प्रभावशाली खुफिया एजेंसियों में से एक माना जाता है. इस एजेंसी का नाम लेते ही सबसे बेहतरीन और घातक जासूसों की छवि सामने आती है. मोसाद खुद को मजबूत बनाने के लिए भर्ती अभियान चलाया है. एजेंसी की ओर से वीडियो जारी किया गया है जिसमें कहा गया है कि उन्‍हें काम करने के लिए नए लोगों की जरूरत है.

जल्‍द से जल्‍द भेजें आवेदन… मोसाद

मोसाद ने लोगों से कहा है कि जल्द से जल्द आवेदन भेजें, जिससे इंटरव्यू करके चयन प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा सके. जेरूसलेम पोस्ट के अनुसार, मोसाद ने खुद को एक बेहतरीन खुफिया एजेंसी बताया है. एजेंसी ने कहा है कि उनके यहां काम करने के तरीके सबसे बेहतरीन है. इसके साथ ही नौकरी करने वाले कर्मी यहां खुश हैं और उनकी जिंदगी भी सुरक्षित है. 1949 में स्थापित इस खुफिया एजेंसी में करीब 7000 कर्मचारी काम कर रहे हैं.

मोसाद में ये हो सकते हैं शामिल

इजरायल इंटेलिजेंस एजेंसी के अनुसार, मोसाद का नेटवर्क यहूदी बहुल इस देश के अलावा विदेशी धरती पर भी सक्रिय है. मोसाद खास तौर से ईरान, फिलिस्तीन, तुर्की, यमन जैसे देशों में बेहद मजबूती से सक्रिय है. इन देशों में मोसाद को अपने एजेंट की आवश्‍यकता होती है. भारतीय भी मोसाद में शामिल होने के लिए अप्लाई कर सकते हैं. तुर्की मीडिया के अनुसार, कई भारतीय मोसाद के लिए काम भी करते हैं. हालांकि, भारत और इजरायल ने इसकी पुष्टि अब तक की है.

महिलाओं और स्‍टूडेंट्स को शामिल करने की कोशिश

इससे स्‍पष्‍ट है कि मोसाद का हिस्‍सा बनने के लिए यह जरूरी नहीं है कि वो इजरायली नागरिक ही हो. मोसाद के अनुसार भाषा और धर्म को सबसे ज्यादा प्राथमिकता दी जाती है. मोसाद मिडिल ईस्ट में मुस्लिम बहुल देशों के साथ जंग लड़ रहा है. ऐसे में उसकी कोशिश एजेंसी में ऐसे लोगों को शामिल करना है, जो इनके खिलाफ आसानी से काम कर सके. मोसाद की कोशिश छात्र और महिलाओं को भी अपनी एजेंसी में शामिल करने की है. मोसाद का कहना है कि छात्र और महिलाओं को हम ज्यादा प्राथमिकता देते हैं.

ग्राउंड पर इस तरह काम करता है मोसाद

मोसाद अंडरकवर एजेंट के जरिए अपनी रणनीति को अंजाम देता है. तुर्की में एक परिवार की पहचान की गई है, जो वहां से जानकारी जुटाकर इजरायल खुफिया एजेंसी को पहुंचा रहा था. इसके अलावा मोसाद सैटेलाइट और अन्य टेक्नोलॉजी के माध्‍यम से सीधे अपने दुश्मनों की खुफिया जानकारी जुटाता है. ये एजेंसी कई अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर भी काम करता है. मोसाद के निशाने पर मुख्य रूप से फिलिस्तीन, यमन और ईरान है. लेबनान और तुर्की में भी मोसाद के एजेंट एक्टिव हैं. मोसाद की जानकारी के आधार पर ही लेबनान में हिजबुल्लाह के नेताओं को मारा गया था.

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