नागौर: राजस्थान से दुखद खबर सामने आई है. यहां बिजली का तार तीन युवकों के लिए काल बन गया. सड़क पर लटके करंट प्रवाहित तार की जद में आने से बाइक सवार एक ही परिवार के तीन युवकों की दर्दनाक मौत हो गई. यह हादसा नागौर जिले के खींवसर उपखंड के कड़लू गांव के पास हुआ. सूचना पर पहुंची पुलिस शवों को कब्जे में लेकर जांच में जुट गई.
बाइक से जा रहे थे हादसे का शिकार हुए युवक
मिली जानकारी के मुताबिक, खींवसर उपखंड के कड़लू गांव के पास एक मोटर साइकिल पर सवार तीन युवक सड़क से जा रहे थे. इसी दौरान उनकी बाइक काफी नीचे लटक रहे विद्युत तार के संपर्क में आ गई, जिससे करंट उतर गया. तीनों युवकों की मौके पर ही मौत हो गई.
लोगों ने सूचना देकर बंद कराई बिजली आपूर्ति
हादसे के बाद वहां लोगों की भीड़ लग गई. लोगों ने विद्युत सब स्टेशन पर सूचना देकर बिजली आपूर्ति बंद कराई. सूचना पर मुंडवा थाना पुलिस और विद्युत विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंच गए. हादसे में मृत युवकों की पहचान मुंडियाड निवासी पीथा राम देवासी, कालूराम देवासी और जेठाराम देवासी के रूप में हुई है. तीनों युवक एक ही परिवार के सदस्य थे.
घटना को लेकर लोगों में आक्रोश
पुलिस ने शवों को कब्ज में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मुंडवा के राजकीय अस्पताल की मोर्चरी में भेजा. पुलिस घटना की जांच शुरू कर दी है और विद्युत विभाग से भी जवाबतलबी की जा रही है. इस हादसे को लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश देखा गया. लोगों का कहना है कि विद्युत विभाग की लापरवाही की वजह से तीन युवकों की जान चली गई. क्षेत्र में कई स्थानों पर बिजली के तार काफी नीचे लटके है, जो कभी भी हादसे का सबब बन सकते हैं.
नागौर संसदीय क्षेत्र की खींवसर विधानसभा के मूंदियाड़ गांव निवासी श्री पीथाराम देवासी,श्री कालूराम देवासी,श्री जेठाराम देवासी का मूंदियाड़ से कड़लू मार्ग पर विद्युत की हाइटेंशन लाइन की चपेट में आने से मृत्यु हो जाने का मामला अत्यंत दुःखद है,यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि विद्युत लाइनों…
— HANUMAN BENIWAL (@hanumanbeniwal) March 23, 2025
सांसद हनुमान बेनीवाल ने जताया शोक
इधर, राजस्थान सरकार से नाराजगी जताते हुए नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर हादसे को लेकर शोक प्रकट किया है. उन्होंने मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता देने की मांग की है. साथ ही उन्होंने राजस्थान सरकार से प्रत्येक मृतक के परिवार को 15-15 लाख रुपए की आर्थिक मदद देने और घटना के लिए जिम्मेदार मुंडवा सहायक अभियंता को निलंबित करने की मांग भी की है.