विदेश मंत्री एस जयशंकर ने नर्मदा में स्मार्ट क्लासेज और स्पोर्ट्स सेंटर किया उद्घाटन, जानिए क्‍या कहा ?

Shivam
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Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने मंगलवार को गुजरात के नर्मदा जिले के लछड़ास गांव में छात्रों के लिए स्मार्ट क्लासेज का उद्घाटन किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आज के स्मार्टफोन युग में स्मार्ट क्लासेज छात्रों को कक्षा में अधिक रुचि लेने में मदद करती हैं. जयशंकर ने इस दौरान विद्यार्थियों से बातचीत भी की और उनकी राय ली कि वे स्मार्ट क्लासेज का किस तरह से उपयोग कर रहे हैं. उद्घाटन के बाद उन्‍होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, “आज हमने स्मार्ट क्लासेज का उद्घाटन किया और छात्रों से बात की. वे इसे अच्छे से इस्तेमाल कर रहे हैं.
यह वास्तव में एक अच्छा कदम है, क्योंकि जैसा कि अध्यापक ने मुझे पहले बताया था कि आजकल बच्चे मोबाइल का इस्तेमाल आसानी से कर लेते हैं और जब स्मार्ट क्लासेज होती हैं तो स्कूल में दिलचस्पी बढ़ती है.” यह पहल शिक्षा के क्षेत्र में डिजिटल परिवर्तन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. जयशंकर ने नर्मदा जिले के अन्य स्थानों का भी दौरा किया. उन्होंने राजपिपला में स्थित एक खेल केंद्र के जिम्नास्टिक हॉल का उद्घाटन किया और पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र का भी दौरा किया. पासपोर्ट सेवा केंद्र के बारे में बात करते हुए उन्होंने बताया, “जब मैं 6 साल पहले मंत्री बना था, तो नर्मदा में पासपोर्ट केंद्र की मांग उठी थी. आज यहां पासपोर्ट सेवा केंद्र में रोजाना 30-40 अपॉइंटमेंट्स आ रही हैं. इस सेवा से लोगों को काफी मदद मिल रही है.”

राजपिपला में स्थित छोटूभाई पुरी स्पोर्ट्स कैम्पस का उद्घाटन करते हुए जयशंकर ने कहा कि वह इस केंद्र से प्रभावित हुए हैं और वहां की जिम्नास्टिक सुविधाओं की सराहना की. उन्होंने कहा, “यह खेल केंद्र बहुत पुराना था, और मुझे लगा कि इसमें काफी संभावनाएं हैं. यहां लोग चाहते थे कि सुविधाओं में सुधार हो. मैंने MPLADS के तहत इसे बेहतर बनाने का प्रयास किया.” एस. जयशंकर ने यह भी कहा कि खेलो इंडिया जैसे कार्यक्रमों के जरिए मोदी सरकार भारत में खेल प्रतिभाओं को बढ़ावा दे रही है. “यहां के आदिवासी लोग प्राकृतिक रूप से बहुत फिट होते हैं और हमें सिर्फ उन्हें अवसर देना था ताकि वे अपनी खेल क्षमता को बेहतर बना सकें,” उन्होंने कहा.
उन्होंने जिम्नास्टिक के छात्रों से मुलाकात की, जिन्होंने बैलेंस बीम, पैरेलल बार और रिंग्स पर अपनी क्षमताएं दिखाई. उनका यह मानना था कि ऐसे प्रयासों से भारत में छुपी हुई खेल प्रतिभाओं को उजागर करने में मदद मिलेगी. एस. जयशंकर ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “यह देखकर अच्छा लगा कि युवा एथलीट और खेल उत्साही, यहां तक कि छोटे बच्चे भी, इन सुविधाओं का अच्छे से उपयोग कर रहे हैं. ऐसे अवसर देश की छुपी हुई प्रतिभाओं को प्रतिस्पर्धी स्तर पर पहुंचने का मौका देंगे.” एस. जयशंकर का यह दौरा न केवल नर्मदा जिले के लिए बल्कि पूरे गुजरात के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ है, क्योंकि यह राज्य में शिक्षा और खेल दोनों के क्षेत्रों में सुधार और विकास को बढ़ावा दे रहा है.
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