Pahalgam Attack: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है. इस बीच, शनिवार को ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान और यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) से फोन पर बात कर जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की. दोनों ने पीड़ितों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की.
आतंकवाद के खिलाफ सभी लोगों को लड़ाई में एक साथ होना चाहिए खड़ा
दोनों ने इस बात पर सहमति जताई कि इस तरह के आतंकी हमलों को उचित नहीं ठहराया जा सकता और मानवता में विश्वास रखने वाले सभी लोगों को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक साथ खड़ा होना चाहिए. इस दौरान, पीएम मोदी ने भारत के लोगों के गुस्से और पीड़ा को साझा किया. पीएम मोदी ने आतंकी हमले के पीछे के लोगों और उनके समर्थकों से दृढ़ता से निपटने के अपने संकल्प को भी साझा किया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इस संबंध में सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट कर इसकी पुष्टि की है.
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने मिस्त्र के विदेश मंत्री से की बात
इस बीच, विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने शनिवार को मिस्त्र के विदेश मंत्री बद्र अब्देलती से टेलीफोन पर बातचीत की. दोनों ने आतंकवाद का डटकर मुकाबला करने को लेकर चर्चा की. डॉ. एस जयशंकर ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट कर कहा, पहलगाम आतंकी हमले के संबंध में उनके समर्थन की मैं सराहना करता हूं.
22 अप्रैल को हुआ पर्यटकों पर हमला
बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम में पर्यटकों को निशाना बनाकर आतंकियों ने हमला किया था, जिसमें 26 पर्यटकों की मौत हो गई थी जबकि 17 घायल हो गए थे. इस हमले के बाद भारत ने भी सख्त कदम उठाने का ऐलान किया और सिंधु जल समझौते को रद्द कर दिया. वीजा भी निरस्त कर दिया गया. इसके साथ ही भारत में मौजूद पाकिस्तानियों को 48 घंटे के अंदर देश छोड़ने के लिए कहा गया.