Ajab Gajab: यहां मेहमानों के साथ पत्नी को है सुलाने की परंपरा, लड़कियों को होती है ये आजादी!

Shubham Tiwari
Sub Editor The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Ajab Gajab: दुनिया बहुत लंबी चौड़ी है और इतना ही लंबा चौड़ा यहां का रहन-सहन और रीति रिवाज. कई देशों में ऐसी परंपराएं हैं, जिन पर यकीन कर पाना मुश्किल हो जाता है, लेकिन वो सच होता है. दुनिया में कुछ जनजातियां ऐसी हैं, जो अपने अनोखे रीति-रिवाज के चलते फेमस है. ऐसे में आज हम आपको एक ऐसे जनजाति के परंपरा के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे जानकर आप दांतो तले उंगलियां दबा लेंगे.

दरअसल, हम बात कर रहे हैं, अफ्रीकी देश नामीबिया के कुनैन प्रांत में निवास करने वाली हिंबा जनजाति की. इस इलाके को दुनिया के सबसे सुखे इलाकों में जाना जाता है, जिसके चलते यहां कम से कम पानी का इस्तेमाल होता है. हिंबा जनजाति की महिलाएं अफ्रीका में सबसे सुंदर मानी जाती हैं. वहीं यहां मेहमानों के स्वागत के लिए अजीबो-गरीब परंपरा का निर्वहन किया जाता है.

घर की महिलाएं ऐसे करती हैं मेहमान का स्वागत
आपको बता दें कि जिस तरह हम लोग घर आने वाले मेहमाने के लिए आव-भगत में चाय-नाश्ता और खाना ऑफर करते है. ठीक उसी तरह इस जनजाति के लोग घर आने वाले मेहमानों के साथ अपनी बीवी को सुलाते हैं. खास बात यह है कि अपने घर आने वाले मेहमानों को अपनी बीवी के साथ सेक्स करने की छूट देते हैं. इस दौरान महिला का पति दूसरे कमरे में या फिर घर के बाहर सोता है. हैरानी की बात यह है कि इस काम के लिए खुद महिला का पति अपने बीवी को मेहमान के साथ सोने के लिए भेजता है.

दूसरों के साथ संबंध बनाने की खुली छूट
ज्ञात हो कि नामीबिया में हिंबा जनजाति के लोगों की संख्या करीब 50 हजार है. हिंबा जनजाति में पुरुषों को एक से ज्यादा महिलाओं के साथ शारीरिक संबंध बनाने की खुली छूट होती है. वहीं महिलाओं को भी दूसरे पुरुषों के साथ संबंध बनाने की खुली छूट होती है. बताया जाता है कि इस जनजाति के लोग ऐसा एक दूसरे के प्रति जलन की भावना को खत्म करने के लिए करते हैं.

सिर्फ एक दिन नहाती हैं लड़कियां
इतना ही नहीं इस समुदाय में एक और अजीबो-गरीब परंपरा है. बता दें कि इस जनजाति की लड़कियां सिर्फ शादी के दिन ही नहाती हैं. इसके बाद हिंबा जनजाति की महिलाएं कभी नहीं नहाती है. ये लोग अपने शरीर में एक खास किस्म का पेस्ट जो तेल में एक खनिज की धूल मिलाकर तैयार किया जाता है, उसे लगाते हैं. इसके साथ ही ये लोग खास जड़ी बूटियों का धुआं अपने शरीर को लगाते हैं, जिसके चलते बिना नहाए ही इनके शरीर से खुशबू आती है. माना जाता है कि यहां पानी की कमी है और इसी के चलते ना नहाने की रीति बनी होगी.

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