Samosa Banned in this African Country: समोसा एक ऐसी डिस है, जिसका नाम सुनने मात्र से ही मुंह में पानी आ जाता है. समोसे और चाय के कॉम्बिनेशन पर लोगों का दिल बसता है. हमारे देश के हर कोने में आपको छनते हुए समोसे दिख जाएंगे. शहर दर शहर भले ही समोसा का दाम बदलता हो, लेकिन इससे लोगों का प्यार कम नहीं होता है. भारत के साथ विश्व के कई देशों में समोसा खाया और परोसा जाता है.
अन्य देशों से जो पर्यटक भारत आते हैं वो बिना समोसा खाए नहीं जाते हैं. अब तो स्थिति ये है कि विश्व के कई देशों में समोसा को परोसा जाता है. खास कर के एशियन देशों में समोसा बड़े चाव से खाया जाता है. इन सब के बीच अगर हम आप से कहें कि एक ऐसा भी देश है, जहां पर समोसा खाने और बनाने पर पाबंदी है. अगर यहां आप समोसा खाए या बनाते हैं तो आपको भारी जुर्माना भरना पड़ सकता है. आइए आपको इस देश के बारे में बताते हैं.
यहां समोसा खाने पर देना पड़ेगा फाइन
जहां एक ओर एशियन देशों से निकलकर समोसा यूरोप तक में पहुंच रहा है. वहीं, दूसरी ओर अफ्रीकन देश सोमालिया में समोसे खाने पर पाबंदी लगी हुई है. अफ्रीकन देश सोमालिया में अगर कोई समोसा खाते या बनाते पाया जाता है तो उसे भारी समस्या का सामना करना पड़ सकता है. इतना ही नहीं, इस देश में समोसा खाने पर पाबंदी है और उल्लंघन करने पर लोगों को सज़ा भी दी जाती है.
जानिए बैन की वजह
अब आप सोच रहे होंगे की आखिर अफ्रीकन देश सोमालिया में समोसे खाने पर पाबंदी क्यों लगी है. बताया जाता है कि यहां पर समोसा बैन होने के लिए इसका तिकोना आकार ज़िम्मेदार है.
दरअसल, ऐसा कहा जाता है कि सोमालिया के एक चरमपंथी समूह का समोसे का आकार क्रिश्चियन समुदाय के एक चिह्न से मिलता है. हालांकि कुछ लोगों का कहना है कि समोसे में सड़े-गले मीट भरने की वजह से इस पर पाबंदी लगी है.
कहां से आया समोसा!
समोसा खाने में काफी टेस्टी होता है. कई बार लोग एक साथ कई समोसा खा जाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि समोसा कहां से आया. ऐसा कहा जाता है कि 10वीं सदी में समोसा मध्य एशिया से आए एक अरबी सौदागर के साथ आया. बताया जाता है कि ईरानी इतिहासकार अबोलफाजी बेहाकी ने “तारीख ए बेहाकी” में इस बात का जिक्र किया.
ये भी कहा जाता है कि समोसे की शुरुआत मिस्र से हुई थी. इसके बाद समोसा लीबिया और फिर मध्य पूर्व में पहुंचा. 16वीं सदी तक ईरान में समोसा काफी पसंद किया जाता था.
अगर अमीर खुसरों की मानें तो 13वीं सदी में ये मुगल दरबार की पसंदीदा डिश थी. हालांकि आलू वाले समोसे 16वीं सदी में बने, जब पुर्तगाली आलू लेकर भारत आए. तब से तो लोग इसके प्यार में पड़ गए.