आज पृथ्वी के पास से गुजरेगा एस्टेरॉयड NF 2024, नासा की है पैनी नजर

Raginee Rai
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Asteroid NF 2024: आज एक एस्‍टेरॉयड पृथ्‍वी के पास से गुजरने वाला है. नेशनल एयरोनॉटिक्‍स एंड स्‍पेस एडमिनिस्‍ट्रेशन (NASA) ने इसकी जानकारी दी है. नासा ने बताया कि एक क्षुद्रग्रह पृथ्‍वी की ओर बढ़ रहा है. दरअसल, नासा क्षुद्रग्रह के प्रक्षेप पथ की मॉनिटरिंग कर रहा है, जो 220 फुट (67 मीटर) का अंतरिक्ष चट्टान है, जो 45,388 मील प्रतिघंटे की रफ्तार से पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है. इस क्षुद्रग्रह का नाम NF 2024 है.

धरती की तरफ बढ़ रहा क्षुद्रग्रह

जानकारी दें कि एस्‍टेरॉयड यानी क्षुद्रग्रह को अपोलो समूह के हिस्से के रूप में वर्गीकृत किया गया है, जो सूर्य का चक्‍कर लगाने वाले पृथ्वी के नजदीक क्षुद्रग्रहों का एक समूह है. नासा की जेट प्रोपल्शन प्रयोगशाला के अनुसार, एनएफ 2024 पृथ्वी के सबसे करीब 17 जुलाई को होगी, जो पृथ्वी से लगभग 3 मिलियन मील यानी 4.8 मिलियन किलोमीटर की दूर से गुजरेगी. ऐसे में पृथ्वी पर इसका कोई खतरा नहीं होगा. बता दें कि नासा लगातार पृथ्वी के करीब स्थित वस्तुओं पर नजर रखता है और उनके प्रक्षेप पथों का डेटाबेस बनाए रखता है. जिससे कौन सा क्षुद्रग्रह किस रास्‍ते से होकर गुजरता है और उसका पृथ्वी पर क्या प्रभाव पड़ता है, उसकी जानकारी रखी जाती है.

अन्य क्षुद्रग्रह आने को तैयार

बता दें कि 150 मीटर से बड़े व्यास वाले और 4.6 मिलिनय मील यानी 7.4 मिलिनय किमी से ज्यादा पास से जाने वाले क्षुद्रग्रहों को संभावित खतरनाक क्षुद्रग्रह माना जाता है. ऐसे में एनएफ 2024 एस्‍टेरॉयड बहुत छोटा है और पीएचए के मानदंडों को पूरा नहीं करता है. इस क्षुद्रग्रह के अलावा नासा ने जानकारी दी कि आने वाले दिनों मेों चार अन्य क्षुद्रग्रह पृथ्वी के पास से गुजरेंगे. क्षुद्रग्रह  BY15, NJ3 और MG1। ये सभी के 2.64 मिलियन मील से 3.85 मिलियन मील की दूरी से गुजरने की संभावना है.

एस्टेरॉयड क्य़ा होते है

हमारे सौर मंडल में कई सारे क्षुद्रग्रह घूमते रहते हैं. ये तारों और ग्रहों का टूटा हुआ भाग होते हैं. क्षुद्रग्रहों का किसी भी ग्रह से टकराना बेहद खतरनाक हो सकता है. क्योंकि अगर ऐसा होता है तो मानव सभ्यता और पारिस्थितिकी तंत्र इससे नुकसान हो सकता है. हालांकि टकराव से होने वाला नुकसान इसके साइज पर निर्भर करता है. कहते हैं कि लगभग 66 मिलियन वर्ष पहले क्षुद्रग्रह का ही प्रभाव है कि धरती से डायनासोर विलुप्त हो गए.

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