अंतरिक्ष में मिले 138 एस्टेरॉयड, इन ग्रहों के बीच काट रहे चक्कर, पृथ्वी को है खतरा?

Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Asteroids in Space: एस्‍टेरॉयड को हमेशा से ही पृथ्‍वी के लिए खतरा बताया जाता है. कहा जाता है कि अगर कभी पृथ्‍वी से टकराया तो भयंकर तबाही मच सकती है. कई बार एस्‍टेरॉयड के पृथ्‍वी से टकराने की संभावना जताई गई, लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ है. हालांकि एक एस्टेरॉयड ने अपनी टक्कर से धरती से डायनासोर जैसी प्रजाति को पूरी तरह खत्‍म कर दिया.

अब वैज्ञानिकों को अंतरिक्ष में एक दो नहीं बल्कि 138 नए एस्टेरॉयड एक बेल्ट में मिले हैं. यह सारे एस्टेरॉयड हमारे सौरमंडल के ही दो ग्रहों मंगल और बृहस्पति के बीच चक्‍कर काट रहे हैं. यह खोज मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT)की टीम ने है.

इन स्‍टेरॉयड से खतरा

इन स्‍टेरॉयड का आकार बड़ा नहीं है. खगोलविदों के अनुसार, यह अब तक ज्ञात सबसे छोटे मुख्य-बेल्ट क्षुद्रग्रहों की खोज है.  नासा के जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST) से उन्नत तकनीकों और डेटा का इस्‍तेमाल करते हुए, टीम ने 138 से अधिक नए डेसीमीटर आकार के क्षुद्रग्रहों को देखा है. इनका व्यास 10 मीटर जितना छोटा है. यदि ये टकराते हैं, तो ये छोटे लेकिन शक्तिशाली अंतरिक्ष के स्टोन शॉकवेव भेज सकते हैं.

महत्वपूर्ण छलांग

यह पिछली पहचान क्षमताओं से एक अहम छलांग है, जो लगभग एक किमी व्यास वाले क्षुद्रग्रहों तक सीमित थीं. नेचर में प्रकाशित शोध में इन छोटे क्षुद्रग्रहों के महत्व पर प्रकाश डालता है. प्रमुख लेखक आर्टेम बर्दानोव ने जोर देते हुए कहा है कि  यह नई पहचान विधि हमारे प्‍लेनेट के पास आने से बहुत पहले निकट-पृथ्वी वस्तुओं (NEO) की सटीक ट्रैकिंग की अनुमति देती है. अब हमारे पास इन छोटे क्षुद्रग्रहों को देखने का एक तरीका है जब वे बहुत दूर होते हैं.

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